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Saturday, August 25, 2018

एबीवीपी ने घोषित किये अपने प्रत्याशी

श्रीगंगानगर। छात्र संघ चुनावों का एलान होने के साथ ही महाविद्यालयों में माहौल बदल गया है। अब पढ़ाई की नहीं बल्कि चुनावों की बात हो रही है। वहीं राजनीतिक पार्टियों के छात्र संगठन भी अपनी तैयारियां पूरी कर चुके हैं। एबीवीपी ने राजकीय महाविद्यालय के लिए नवीन कुमार को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। इस संबंध में प्रेस नोट जारी किया गया है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद श्रीगंगानगर जिले की जिला कार्यसमिति की बैठक आज एबीवीपी कार्यालय में सम्पन्न हुई । बैठक में सर्वसम्मति से एबीवीपी के कार्यकर्ता नवीन कुमार को छात्रसंघ चुनाव में अध्यक्ष पद प्रत्याक्षी के रूप में घोषित किये गए । साथ ही अन्य स्थानों के महाविद्यालयों के प्रत्याक्षियों की घोषणा की गयी है। इनमें परमानंद डिग्री कॉलेज -गजसिंहपुर से एबीवीपी के उम्मीदवार। अध्यक्ष पद पर- नितेश कुमार, उपाध्यक्ष पद पर-अनामिका पारीक, महासचिव पद पर -रवि कुमार, स्वामी श्री प्राणनाथ परनामी एग्रीकल्चर महाविद्यालय, पदमपुर, अजय कुमार-अध्यक्ष पद प्रत्याक्षी, चौधरी बल्लूराम गौदारा कन्या महाविद्यालय-श्रीगंगानगर, दीक्षा - अध्यक्ष पद पर एबीवीपी समर्थित, गुरसदा-उपाध्यक्ष पद पर एबीवीपी समर्थित, पूजा सारस्वत-महासचिव पद पर एबीवीपी समर्थित, संतोष- संयुक्त सचिव पद पर एबीवीपी समर्थित, एसडी पीजी कॉलेज श्रीगंगानगर, अमित विश्नोई उपाध्यक्ष पद पर एबीवीपी समर्थित बनाये गये हैं। 

आर्ट ऑफ लिविंग की बहनों ने सैनिकों को बांधे रक्षा सूत्र

श्रीगंगानगर, 25 अगस्त 2018: एक ओर जहाँ पूरा देश रक्षाबंधन का पर्व मनाता है, वहीं दूसरी ओर बॉर्डर पर तैनात जवान त्यौहार के बावजूद अपने घरों से दूर रहकर भी हमारी रक्षा के लिए दिन-रात मुश्तैद रहते हैं। इन्हीं बीएसएफ जवानों के साथ रक्षाबन्धन का त्यौहार मनाने आर्ट ऑफ लिविंग परिवार खखा चैक पोस्ट ग्राम पंचायत कोठा पहुंचा। आर्ट ऑफ लिविंग के जिला विकास समिति सचिव डॉ. राजीव शर्मा ने बताया कि महिला सदस्यों ने जवानों को तिलक लगाकर रक्षासूत्र बांधे एवं उनकी सलामती की दुआ की एवं जवानों का मनोबल बढ़ाया। उन्होंने कहा कि सीमा पर जवान मुस्तैदी से देश की रक्षा करते हैं, इसी कारण देशवासी निर्भय होकर हर्षोल्लासपूर्वक त्यौहारों का आनन्द ले पाते है। जयपुर से पधारे स्वामी विश्वेश्वर जी ने हिन्दुमलकोट बॉर्डर का निरीक्षण किया। उन्होंने सैनिकों को तनावमुक्त जीवन जीने के बारे में बताया एवं अध्यात्म के माध्यम से समीपवर्ती ग्रामीण इलाकों में नशा मुक्ति शिविर लगाकर नशे को दूर करने का संकल्प दिलाया। सैनिकों ने अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए कहा कि ‘तुम्हारे नेह की राखी बहन अब याद आती है, अभी घर आ नहीं सकता मुझे सरहद बुलाती है, ना लाना आँख में आँसूं बहन यहाँ मैं टूट जाऊंगा, बहन तेरी दुआ ही तो नया जज्बा जगाती है।’ कम्पनी कमाण्डर अनिल सिंह ने आर्ट ऑफ लिविंग परिवार का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर रमा सिंगल, गरिमा अग्रवाल, अमिता शर्मा, रितु अदलखा, सुरेन्द्र चौधरी, बबीता चौधरी, सुमित खत्री सहित आर्ट ऑफ लिविंग परिवार के सदस्य एवं बच्चे उपस्थित थे। 

पतंजलि योग समिति द्वारा पूरे शहर में योग ही योग

त्रिवेणी पार्क में 6 दिवसीय योग शिविर के समापन अवसर पर नियमित योग कक्षा संचालन की घोषणा 
श्रीगंगानगर, 25 अगस्त 2018: पतंजलि योग समिति द्वारा जवाहरनगर सैक्टर नं. 3 स्थित त्रिवेणी पार्क में 6 दिवसीय योग शिविर का आयोजन किया गया। इस योग शिविर का समापन आज शनिवार प्रात: हर्षोल्लासपूर्वक हुआ। समापन अवसर पर तहसील प्रभारी मदनलाल खुराना तथा संगठन मंत्री रीता खुराना द्वारा प्राणायाम एवं व्यायाम का अभ्यास करवाया गया, जिससे मानसिक एवं शारीरिक रोगों का निवारण होता है। शिविर के समापन पर त्रिवेणी पार्क विकास समिति द्वारा उत्कृष्ट सेवाओं के लिए मदनलाल खुराना, रीता खुराना, अश्विनी बंसल तथा रामप्रताप गोयल को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अन्त में पतंजलि के प्रसाद का साधकों को वितरण किया गया। इस अवसर पर बजरंग लाल, दयाराम, रविन्द्र कुमार, विनोद कुमार सचदेवा, पृथ्वीराज, रोशनलाल कामरा, मोनिका सहारण, दीपक शेरेवाला, संजय, मदन अरोड़ा, अमरजीत, परमानन्द जिन्दल, प्रेमलता बहल, बबीता छाबड़ा, पुष्पा शेरेवाला, हेमन्त खुराना, राकेश, पवन सेतिया, नीलम नागपाल सहित अनेक साधक उपस्थित थे। त्रिवेणी पार्क विकास समिति तथा साधकों के आग्रह पर त्रिवेणी पार्क में प्रतिदिन प्रात: 5.45 से 7 बजे तक नियमित योग कक्षा संचालन की भी घोषणा की गई, जिस पर सभी साधकों ने करतल ध्वनि से प्रसन्नता व्यक्त की। 

कर्मचारी महासंघ की जिला कार्यकारिणी घोषित

श्रीगंगानगर, 25 अगस्त 2018: अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ के निर्वाचित जिलाध्यक्ष सतीश शर्मा ने जिला कार्यकारिणी घोषित कर दी है। जिलाध्यक्ष सतीश शर्मा ने बताया कि नवगठित जिला कार्यकारिणी में मुख्य संरक्षक के पद पर कुलदीपसिंह केपी, जिला महामन्त्री जसकरणसिंह बराड़, वरिष्ठ उपाध्यक्ष कुलदीप सिंह (सूरतगढ़), वित्त मन्त्री विपिन मोदी, उप वित्त मन्त्री जगदेवसिंह सिद्धू , संयुक्त मन्त्री जगदीश कासनिया व श्रवण शर्मा, संगठन मन्त्री दयानन्द शर्मा व अजय सिंधी, कला एवं सांस्कृतिक मन्त्री श्याम गोस्वामी व सर्दूल सिंह, खेलकूद मन्त्री दरबारा सिंह, सलाहकार अभिमन्युसिंह भदौरिया व नौरंग शर्मा, कर्मचारी विकास प्रकोष्ठ के संयोजक बंशी राजावत एवं सह संयोजक कृष्ण पूनिया व दलीप राव तथा महिला मन्त्री श्रीमती सीता स्वामी, ऊषा वर्मा, नीतू गोयल, मनीषा तिवाड़ी, परमजीत कौर, सतविन्द्र कौर, केसरी देवी, मूली देवी, ललिता अरोड़ा व नसीब कौर नियुक्त किये गये हैं। 
शर्मा ने बताया कि उपाध्यक्ष के पद पर सुभाष अरोड़ा, लखवीरसिंह गिल, गुरमीतसिंह गिल, कुलदीपसिंह गिल, भूपेन्द्र स्वामी, रविन्द्र शर्मा, ओमप्रकाश जाखड़, कालूराम, रामजीलाल साहू, देवीलाल भाम्भू , ओमप्रकाश सहारण, दिनेश यादव, शंकर दुग्गल, सत्यपाल सहारण, धर्मपाल मौर्य, रामधन लिम्बा, अशोक नेहरा, छिन्द्र सिंह, विजेन्द्रसिंह स्वामी, श्यामसुन्दर जालानी, सुगना राम, कुलदीपसिंह सिद्धूभाईका, महीपालसिंह नेगी व सुरेश सिंह एवं जिला मन्त्री के पद पर कमलजीत सिंह, राजेन्द्रसिंह पंवार, राधेश्याम यादव, अकबाल सिंह, श्रीमती वीना लाडव, चन्द्रसिंह चौधरी, कृष्ण कुमार, बालकृष्ण शर्मा, करणी सोलंकी, बृजलाल शर्मा, दीपक माहर, अशोक कलवानिया, छोटू राम, किशनलाल, सुशील गोदारा, श्यामलाल देवासी, नन्दलाल स्वामी, श्यामलाल वर्मा, सुरेश सपरा, राकेश शर्मा, कृष्णलाल नागर, कश्मीरचन्द ओड, रतनलाल वर्मा, हरीराम पंवार तथा कार्यकारिणी सदस्य के पद पर जसकरणसिंह बराड़ (श्रीकरणपुर), संजीव बेदी, गुरु उपदेश, भूपसिंह कूकणा, मनोहरलाल, दीपक यादव, किशनलाल सैन, पवन चुघ, प्रशान्त मिढ़ा, वीरपाल सिंह नायक, सुशील डाबला, रामप्रताप कड़वा, विजय कुमार, गुरजीतसिंह मंड, अमित मिढ़ा, पवन शर्मा, धर्माराम, महेन्द्र गुप्ता व किशोरसिंह शेखावत नियुक्त किये गये हैं। 
शर्मा ने बताया कि संरक्षक मण्डल में संरक्षक के पद पर ओम बिश्नोई, कुलदीप गोदारा, हरविन्द्रजीतसिंह कोहली, सत्यपालसिंह शर्मा, घनश्याम शर्मा, रामकुमार बिश्नोई, हरिकृष्ण कपिल, जगन वर्मा, जरनैलसिंह मांगट, विजय शर्मा, काशीराम स्वामी, सोहनलाल सिंगाठिया, चन्द्रपाल सक्सेना, सत्यनारायण शर्मा, रमेश सिंघल, गजेन्द्र शर्मा व रामनारायण शुक्ला तथा कर्मचारी विकास प्रकोष्ठ के सदस्य पद पर महावीर अरोड़ा, मनदीप वर्मा, भूपेन्द्र संधू, मनोज सैन, उमंग शर्मा, केवल वर्मा, सोमदत्त मांझू, संदीप शर्मा, ओमप्रकाश सुथार, लाट साहब, सुरेन्द्र डिगरवाल, कालूराम भाटी, श्यामलाल पौहिया, जसवीरसिंह, सुनील परनामी, विजय सहारण, विनोद सुथार, शंकरलाल बिश्नोई, रामप्रताप यादव, हनुमानसिंह सुथार, सुशील शर्मा, राजेश खुराना, वेदप्रकाश सिडाना, मदन सिरसवाल, मदनलाल, विक्रमजीतसिंह, गन्नी खाँ, महेन्द्र मालिया, सुखराम अरोड़ा व हेमराज गुरहानी नियुक्त किये गये हैं। 

गुरुनानक गल्र्स कॉलेज से अमनदीप सिद्धू निर्दलीय चुनाव लड़ेगी

- सभी के सहयोग से विजयी होने का विश्वास जताया
श्रीगंगानगर, 25 अगस्त 2018: गुरुनानक गल्र्स कॉलेज से छात्र संघ प्रत्याशी अमनदीप सिद्धू ने निर्दलीय चुनाव लडऩे की घोषणा की है। अमनदीप सिद्धू ने कहा कि उनके बारे में मिथ्या भ्रामक प्रचार करते हुए उन्हें एक छात्र संगठन द्वारा अपना समर्थन देने की घोषणा की गई है, जिससे छात्राओं में रोष व्याप्त है। उन्होंने किसी भी छात्र संगठन से समर्थन नहीं लिया है तथा सभी छात्राओं के सहयोग से भारी मतों से विजयी होंगी। छात्र संघ प्रत्याशी अमनदीप सिद्धू ने कहा कि वे निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रही हैं, उनका किसी एक विशेष छात्र संगठन से कोई सम्बन्ध नहीं है। उन्हें अनेक छात्र संगठनों द्वारा भी समर्थन दिया जा रहा है तथा सभी के सहयोग से ही वे चुनाव लड़ रही हैं। सभी के सहयोग से उन्होंने विजयी होने का विश्वास जताया है। अमनदीप सिद्धू ने छात्राओं से एकजुट होकर उनके पक्ष में अधिकाधिक मतदान करने का आह्वान किया है। 

Friday, August 24, 2018

धीरेन्द्रसिंह को इस बार नहीं मिला गंगानगर जिला, लखोटिया का बीकानेर तबादला

श्रीगंगानगर। पुलिस महानिरीक्षक दिनेश एमएन ने शुक्रवार को आदेश जारी कर अनेक पुलिस निरीक्षकों के तबादले किये हैं। श्रीगंगानगर जिले से सिर्फ एक ही तबादला हुआ है। वेदप्रकाश लखोटिया जिले में तीन साल पूर्ण कर चुके थे इस कारण चुनाव आयोग के दिशा-निर्देर्शोंनुसार उनको चुनावों से पूर्व दूसरे जिले में भेजा गया है। वहीं धीरेन्द्रसिंह शेखावत को इस बार गंगानगर जिला नहीं मिला है और उन्हें हनुमानगढ़ में ही अगले दो साल निकालने होंगे।


हासिलशुदा जानकारी के अनुसार वेद्रपकाश लखोटिया को श्रीगंगानगर से बीकानेर, हनुमानगढ़ से रामप्रताप बिश्रोई को श्रीगंगानगर, राहुल यादव को हनुमानगढ़ से श्रीगंगानगर, विष्णु खत्री को हनुमानगढ़ से चुरू, नरेश कुमार गेरा को हनुमानगढ़ से चुरू, बहादुरसिंह शेखावत को बीकानेर से हनुमानगढ़, विष्णु दत्त को बीकानेर से हनुमानगढ़, अरविंद कुमार को बीकानेर से हनुमानगढ़, लक्ष्णमणसिंह राठौड़ को बीकानेर से श्रीगंगानगर, पुष्पेन्द्र झाझडिय़ा को चुरू से हनुमानगढ़, राजेश स्याग को हनुमानगढ़ से श्रीगंगानगर, प्रदीप सिंह को हनुमानगढ़ से बीकानेर, महेन्द्रदत्त शर्मा को हनुमानगढ़ से चुरू स्थानांतरित किया गया है। इसके अतिरिक्त धीरेन्द्रसिंह शेखावत को इस बार बीकानेर से हनुमानगढ़ भेजा गया है। इससे पहले वे हमेशा ही बीकानेर से श्रीगंगानगर में चुनावों के समय स्थानांतरण करवाते थे। इस बार चुनावों के कारण उनको भी बड़ा झटका धीरे से लगा है। चुनाव आयोग ने गत विधानसभा चुनावों में जिन अधिकारियों की ड्यूटी जिस विधानसभा क्षेत्र की थी, उस क्षेत्र में उनकी नियुक्ति पर रोक लगा दी थी। अब धीरेन्द्रसिंह जिला मुख्यालय पर ही नियुक्त रहने के लिए इच्छुक रहते हैं तो इस बार उनको यह सफलता नहीं मिल रही थी, इस कारण उन्होंने हनुमानगढ़ जाना उचित समझा किंतु वहां वे कामयाब हो पायेंगे, यह तय नहीं है। 

हनुमानगढ़ में भी सट्टाकिंग गिरफ्तार, डेढ़ लाख बरामद

नशीली दवाइयां भी पकड़ी
श्रीगंगानगर। हनुमानगढ़ जिले में भी पुलिस ने सट्टा व मादक पदार्थों के खिलाफ अभियान चलाया हुआ है। पिछले 24 घंटों के दौरान पुलिस को भारी सफलता हासिल हुई है। एक सट्टाकिंग को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है और उसके कब्जे से करीबन डेढ़ लाख रुपये बरामद किये गये हैं। इसके अतिरिक्त नशीली दवाइयों सहित भी एक को दबोचा गया है।
एसपी अनिल कयाल ने बताया कि सट्टा व अन्य जरायमपेशा के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है और इसी कड़ी के तहत ही हनुमानगढ़ जंक्शन थाना पुलिस ने राजेश जैन निवासी सैक्टर नंबर 12 हनुमानगढ़ को गिरफ्तार किया गया। वह अपने मकान पर ही सट्टे का कारोबार कर रहा था। मौके से करीबन 1 लाख 60 हजार रुपये बरामद किये गये। उसके विरुद्ध मुकदम दर्ज किया गया है और उसके गिरोह में शामिल गुर्गों के बारे में जानकारी हासिल की जा रही है। श्री कयाल ने बताया कि इसके अतिरिक्त संगरिया पुलिस ने एक व्यक्ति को 250 गोली नशीली दवाइयों सहित गिरफ्तार किया है। उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। 

राजू चलाना बने सचिव

श्रीगंगानगर, 24 अगस्त 2018: फल-सब्जी मण्डी रेहड़ी यूनियन की बैठक विगत दिवस नई सब्जी मण्डी प्रांगण में हुई। इस दौरान यूनियन के सदस्य राजू चलाना को सर्वसम्मति से सचिव मनोनीत किया गया। 
चुनाव अधिकारी शेर सिंह व प्रधान किशोरी लाल पचेरवाल ने राजू चलाना का नाम सचिव पद केलिए प्रस्तावित किया, जिस पर सभी ने सहमति जताई। राजू चलाना इससे पूर्व यूनियन के सक्रिय सदस्य व कई पदों पर रह चुके हैं। उन्होंने यूनियन की ओर से मिली इस नई जिम्मेदारी का अच्छे तरीके से निर्वहन करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि वे सभी को साथ लेकर चलेंगे। यूनियन ने जो जिम्मेदारी सौंपी है, उसे वे समर्पित भाव से निभायेंगे। इस मौके पर यूनियन के कालूराम, शन्टू, नत्थूराम, मोनू, नरेश, सोनू, बबला, बिल्लू धींगड़ा, महेन्द्र, राजू टोपी, एसके, साजिद खान, धनराज, सन्तोष सहित बड़ी संख्या में रेहड़ी यूनियन के पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित थे। 

भामाशाह कार्ड स्वास्थ्य योजना में हो रही धांधली के खिलाफ 27 अगस्त को युवा करेंगे हल्ला बोल प्रदर्शन

श्रीगंगानगर, 24 अगस्त 2018: युवा विकास मंच की अति आवश्यक बैठक ब्लॉक एरिया स्थित स्टार टावर कार्यालय में अध्यक्ष सलीम अली चोपदार की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस बैठक को सम्बोधित करते हुए अध्यक्ष सलीम अली चोपदार ने भामाशाह कार्ड स्वास्थ्य योजना के नाम पर हो रही धांधली एवं भ्रष्टाचार की कड़े शब्दों में निन्दा की। चोपदार ने कहा कि सरकारी चिकित्सालय में भामाशाह कार्ड पर ईलाज करवाने के लिये आये मरीजों को प्राईवेट अस्पतालों में डॉक्टरों और उनके दलालों द्वारा भारी कमीशन लेकर भेजा जा रहा है तथा सरकारी अस्पताल की बजाय प्राईवेट अस्पतालों में ईलाज किया जा रहा है, जिससे राजकोष को करोड़ों रूपयों का नुकसान हो रहा है। वहीं दूसरी और जाँच के नाम पर केवल मात्र लीपापोती की जा रही है। चोपदार ने शासन और प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही नहीं की गई तो 27 अगस्त, सोमवार को जिला कलक्टर पर युवा विकास मंच के कार्यकर्ताओं द्वारा हल्ला बोल प्रदर्शन किया जायेगा। वक्ताओं ने इस मामले में स्थानीय जन प्रतिनिधियों व नेताओं की खामोशी पर सवाल उठाते हुए कड़ा आक्रोश व्यक्त किया। इस अवसर पर सोनू अनेजा, हरविन्द्र सिंह बराड़, इरम अब्बास, कुलदीप, दीपक भाटिया, अमित बिश्नोई, संदीप चौधरी, राजू नाथ गोदारा, हेमन्त शर्मा सहित अनेक पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित थे।   

जन्माष्टमी समारोह 2 सितम्बर को विनोबा बस्ती पार्क में हर्षोल्लासपूर्वक मनाया जायेगा


- कार्ड का विमोचन समारोह सम्पन्न
श्रीगंगानगर, 24 अगस्त 2018: पतंजलि योग साधना परिवार एवं कालिन्दी पब्लिक स्कूल के संयुक्त तत्वावधान में जन्माष्टमी समारोह 2 सितम्बर, रविवार को प्रात: 6 बजे विनोबा बस्ती पार्क में हर्षोल्लासपूर्वक मनाया जायेगा। कार्यक्रम संयोजक राजेश सिडाना ने बताया कि जन्माष्टमी समारोह के कार्ड का विमोचन समारोह आज शुक्रवार प्रात: विनोबा बस्ती पार्क में आयोजित किया गया, जिसमें पतंजलि योग साधना परिवार के सदस्यों तथा कालिन्दी पब्लिक स्कूल के प्रबन्धकों द्वारा कार्ड का विमोचन किया गया। राजेश सिडाना ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि 2 सितम्बर को आयोजित होने वाले जन्माष्टमी समारोह में राधा-कृष्ण बनो प्रतियोगिता भी करवाई जायेगी, जिसमें प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रहने वाले बच्चों के साथ-साथ प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रत्येक बच्चे को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया जायेगा। आज कार्ड विमोचन अवसर पर अध्यक्ष रवि परूथी, भीमसैन सिंगल, पंकज गर्ग, दुर्गादास गुप्ता, महेन्द्र अग्रवाल, सतीश गाबा, मनदीप सिंह, हनुमान दास सिंगल, राजेश सिडाना, निखिल सिंगल, बजरंग लाल गर्ग, सुरेन्द्र शर्मा सहित अनेक साधक उपस्थित थे। 

अटल सेवा केन्द्र, साहुवाला में विधिक शिविर का आयोजन


श्रीगंगानगर, 24 अगस्त। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह ढढ्ढा के निर्देशानुसार विधिक जागरूकता टीम के सदस्यगण एडवोकेट वेदप्रकाश नारंग, पैरालीगल वलिंटियर अरविन्द जोशी तथा विजय सिंह पीएलवी द्वारा अटल सेवा केन्द्र, साहुवाला में उप सरपंच राम अवतार एवं सरपंच पति गगनदीप सिंह के सहयोग से विधिक शिविर का आयोजन किया गया। विधिक शिविर में एडवोकेट वेदप्रकाश नारंग, पैरालीगल वलिंटियर अरविन्द जोशी तथा विजय सिंह पीएलवी द्वारा ग्रामवासियों को राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण की कल्याणकारी योजना नालसा (मानसिक रूप से बीमार और मानसिक रूप से विकलांग व्यक्तियों के लिए विधिक सेवाएं) योजना-2015 के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। शिविर में बताया गया कि इस योजना के अन्तर्गत बेसहारा, बेघर और निःसहाय मानसिक बीमार तथा मानसिक अशक्तताग्रस्त व्यक्तियों को विधिक सहायता मानसिक स्वास्थ्य अधिनियम, 1987 की धारा 23 के तहत किसी पुलिस थाना के प्रभारी अधिकारी अपने थाने की सीमा के भीतर किसी आवारा, मानसिक बीमार व्यक्ति अथवा किसी खतरनाक मानसिक बीमार व्यक्ति की जावे तब ऐसे व्यक्ति को उक्त अधिनियम की धारा 24 के तहत दण्डाधिकारी के समक्ष कथित व्यक्ति की उपचार हेतु मनोःचिकित्सक अस्पताल अथवा मनोःचिकित्सक नर्सिग होम में दाखिला हेतु आदेश प्राप्त कर सकता है। मानसिक रोगियों को भी अन्य लोगों की तरह ही जीवन जीने का अधिकार है। इस अवसर पर भारी संख्या में महिला, पुरूष ग्रामवासी उपस्थित थे।

29 अगस्त को कैम्पस प्लेसमेंट शिविर


श्रीगंगानगर, 24 अगस्त। राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के अंतर्गत बेरोजगार आशार्थियों को निजी क्षेत्रा में रोजगार के अवसर प्रदान करवाने हेतु व प्रशिक्षण के अवसर प्रदान करवाने के लिये उपक्षेत्राय रोजगार कार्यालय श्रीगंगानगर द्वारा 29 अगस्त 2018 को प्रातः 10.30 बजे से रोजगार कार्यालय परिसर माईक्रोवेव टॉवर रोड़ पुरानी आबादी श्रीगंगानगर में एक दिवसीय कैम्पस प्लेसमेंट शिविर का आयोजन किया जा रहा है। 
जिला रोजगार अधिकारी श्री विवेक गोस्वामी ने बताया कि शिविर में निजी क्षेत्रा की बीमा संस्थान और अन्य निजी संस्थानों, कम्पनियों को आमंत्रित किया गया है। शिविर में 10वीं पास और उससे उपर की शैक्षणिक योग्यता वाले आशार्थी भाग लेकर बीमा क्षेत्रा एवं मार्केटिंग क्षेत्रा में रोजगार के अवसर व प्रशिक्षण के अवसर पाकर अपना भविष्य उज्ज्वल करें। इच्छुक बेरोजगार आशार्थी अपने शिक्षा से संबंधित समस्त मूल दस्तावेज, पासपोर्ट साईज की 10 फोटो, मूल निवासी प्रमाण पत्रा एवं जाति प्रमाण पत्रा फोटो स्टेट प्रतियों सहित शिविर में उपस्थित होकर लाभ उठा सकते है।


Thursday, August 23, 2018

श्रीगंगानगर जेल में कैदी भिड़े


श्रीगंगानगर। श्रीगंगानगर के केन्द्रीय कारागृह में भोजन के वक्त कैदियों के दो गुटों में भिड़ंत हो गयी, जिसमें एक गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसको जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। उसके बयानों के आधार पर कोतवाली थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार हत्या के आरोप में सजा काट रहे राजपाल नामक कैदी ने आरोप लगाया है कि भोजन के वक्त उसका झगड़ा हो गया तो जॉनी नामक व्यक्ति ने उसके गले तथा पीठ पर धारदार चीज से हमला किया, जिससे वह घायल हो गया। पुलिस ने फिलहाल भादंसंं की धारा 323, 341, 504 में मुकदमा दर्ज किया है। 

Wednesday, August 22, 2018

जवाहरनगर पुलिस ने सब्बल वाले डकैत पकड़े


श्रीगंगानगर। जवाहरनगर थाना पुलिस ने पांच लोगोंं को डकैती की योजना बनाते हुए गिरफ्तार करने का दावा किया है। इनके पास से सब्बल, हथोड़ा बरामद हुआ है। पुलिस ने इनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 399 और 402 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
आगे बढऩे से पहले हमें फ्लैश बैक में जाना होगा। 70 के दशक में जाना होगा। 1970 के दशक में हिन्दी सिनेमा जगत में डकैतों का बोलबाला होता था। उस दशक में डाकू का मुख्य किरदार निभाने वालों में अजीत ही एक प्रमुख नाम होता था। लम्बे बाल-सिर पर काली पट्टी बंधी हुई। माथे पर माता काली के उपासक के रूप में काला टीक्का। इसी दशक में ही 'शोलेÓ फिल्म भी आयी। इसमें गब्बर सिंह का नाम 50 कोस दूर तक चलता था। खौफ इतना होता था कि बकौल गब्बरसिंह, रात को नींद नहीं आती तो मां बेटे को कहती है-बेटा सो जा, नहीं तो गब्बरसिंह आ जायेगा। खूंखार इतना कि उस जमाने में भी सरकार ने उस पर 50 हजार रुपये का ईनाम भी रखा हुआ था। अजीत और गब्बरसिंह दोनों में ही कुछ समानता थी। दोनों के पास बंदूक थी। घोड़े थे। लम्बा-चौड़ा गैंग भी था। जब चाहा बस से भी तेज गति से भाग जाते थे। जीप भी पीछा नहीं कर पाती थी।
वक्त बीता। डकैतों का युग फिल्मों में खत्म हो गया। उसके स्थान पर डॉन आ गये। इन बदमाशों के पास लग्जरी वाहन आ गये। बंदूक के स्थान पर ऑटो पिस्टल आ गये। गैंग तो इनका भी होता था। दशक बदल गये। लोगों को लूटने का तरीका बदल गया, लेकिन नहीं बदला तो वो थे शक्ति के रूप में पास में हथियार रखना। गैंग के रूप में काम करना।
वहीं 1970 के दशक से देखा जाये तो उस समय भी पुलिस के पास जीप होती थी। बंदूक होती थी, लेकिन जज्बा था देश के लिए कुछ करने का। देश के लिए बलिदान भी हो जायें तो भी कोई गम नहीं होता था। परिवार के लिए भी गर्व का विषय होता था कि हमारा सदस्य देश के लिए शहादत देकर गया है। आज करीबन 50 सालों बाद पुलिस की हालत पर नजर डालें तो आज भी पुलिस वहीं की वहीं है। उनके पास आज भी बंदूक ही है। उनके पास आज भी जीप ही है। उनके पास सेफ्टी जैकेट आज भी नहीं है। लेकिन उस समय और आज के समय में पुलिस की सोच में भारी अंतर है। उस समय देश के लिए काम करने का जज्बा था तो आज उस समय के मुकाबले सैलरी बहुत ज्यादा है। थानों में भारी भरकम आय के स्रोत जन्म ले चुके हैं।
जवाहरनगर पुलिस ने आज जो डाकू पकडे हैं (डकैती की योजना बनाने वाले डाकू ही कहलाए जायेंगे), यह 70 के दशक और आजके आधुनिक युग के डाकुओं से बिलकुल ही भिन्न हैं। यहां पांच पुलिसकर्मी बिना हथियार लिये जाते हैं और डाकुओं को पकड़ लाते हैं। पुलिस की ताकत देखिये। बकौल जवाहरनगर पुलिस, रात्रिकालीन ड्यूटी अधिकारी को सूचना प्राप्त हुई थी कि 7 व्यक्ति इंदिरा वाटिका में डकैती की योजना बना रहे हैं। रात 12 बजे के बाद की बात है। इसके बाद एक एसआई, एक एएसआई, एक हवलदार और दो सिपाही जाते हैं मौके पर कार्यवाही करने के लिए। वहां सात लोग होते हैं। दो भाग जाते हैं। पांच पकड़े जाते हैं। रात का समय था, इस कारण पुलिस को कोई स्वतंत्र गवाह भी नहीं मिला। इनके पास से सब्बल, हथोड़ा मिलता है। पुलिस का दावा है कि पांचों के पास से एक ही चाकू मिला है। पुलिस के अनुसार डकैत अस्पताल के नजदीक एक एटीएम को लूटने की योजना बना रहे थे। रात लगभग 1 बजे इनको पकड़ा गया। अब आगे जो रोचक है, वह यह है कि डकैती की योजना तो बना रहे थे लेकिन वाहन लेकर नहीं गये। शायद यह स्पाइडरमैन के रिश्तेदार थे। खैर। यह लोग वहां सब्बल लेकर गये थे। शायद इनकी सोच यह होगी कि एटीएम मशीन की भी नींव होती है और नींव को उखाड़कर यह मशीन कुछ ही देर में ले आयेंगे। एक बजे तक इन लोगों ने वारदात नहीं की थी। प्रात: चार बजे शहर में युवा वर्ग सड़कों पर मॉर्निंग वॉक के लिए निकल आता है। इस तरह से इन लोगों ने प्लानिंग बना रखी थी कि तीन घंटे के अंदर ही खुदाई कर मशीन उखाड़ भी लेंगे। उसको लेकर अपने ठिकाने भी पहुंच जायेंगे। इतनी बड़ी प्लानिंग थी इसी कारण तो इन लोगों ने कोई जीप, कार, एसयूवी तक नहीं लिया। भरोसा था खुद पर। पर पुलिस ने इनको पकड़ लिया। इनको 402, 399 में गिरफ्तार किया गया है। 399 में 10 साल की सजा का प्रावधान है। 402 में 7 साल की सजा का प्रावधान है। इनका पहले कोई क्राइम रिकॉर्ड पुलिस को नहीं मिला है।
आप यकीन मानिये अगर यह लोग आज सब्बल-हथोड़ा लेकर डकैती कर जाते तो निश्चित रूप से इनका नाम ही शहर में दहशत फैला देता। फिर फोन कर किसी सेठ को धमका देते, भाई-सब्बल-हथौड़ा वाला डकैत बोल रहा हूं। पैसा दोगे या डकैती डालूं। शायद लारेंस बिश्रोई से भी बड़ा अपराधी बनने का इनका सपना बचपन से रहा होगा। तभी तो पिस्तोल के स्थान पर सब्बल लेकर निकले थे। कार-एसयूवी लेकर नहीं गये थे। कंधों पर भी सरेआम एटीएम को उठा लाते। आगे कुछ और भी रोचक जानकारी इनकी सामने आ सकती है। फिलहाल यह पता चला है कि एक छोले-कुल्चे की रेहड़ी लगाता था। 

Monday, August 20, 2018

अपराधियों को जेल भेजो और प्रमोशन पाओ


श्रीगंगानगर। बीकानेर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक ने रेंज के पुलिस अधिकारियों से विभिन्न स्तर पर मुलाकात की है और सभी को यही निर्देश दिये हैं कि अगर कोई पुलिस अधिकारी बढिय़ा कार्य करता है तो उसको प्रमोशन मिलेगा। अगर कोई गलत काम करता है तो उसको सजा भी मिलेगी।
आईजी दिनेश एमएन चार दिन की श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ के प्रवास पर थे। इस दौरान उन्होंने विभिन्न स्तर पर अधिकारियों से मुलाकात की। उनके साथ बैठक की और उन्हें यह भी कहा कि जो भी आदतन अपराधी हैं। लोगों से मारपीट करने  वाले, सट्टा-जुआ-शराबखोरी-जिस्मफरोशी उन सभी को खुला नहीं घूमना नहीं चाहिये। उन पर नजर रखी जाये और जैसे ही वे अपराध करते हैं, उनको जेल भेजा जाये। आईजी ने यह भी कहा कि हार्डकोर और ईनामी अपराधियों को दबोचने वालों को प्रमोशन का ईनाम दिलाने का भी वे प्रयास करेंगे। वे पहले आईजी हैं जो सिपाही से लेकर एडीशनल एसपी तक के अधिकारियों से सीधा संवाद रखना चाहते हैं ताकि सभी को कार्य करने का बराबरी का मौका मिले। 

Sunday, August 12, 2018

एसपी यादव व कयाल सहित आधा दर्जन आईपीएस अंकित भादू का कर रहे पीछा

सादुलशहर में पुलिस पर फायरिंग कर हुआ फरार
पहले मोटरसाइकिल लूटा फिर आई-20 कार में बैठकर भागा
श्रीगंगानगर। पंजाब-हरियाणा और राजस्थान पुलिस को वांछित कुख्यात गैंगस्टर अंकित भादू एक बार फिर से पुलिस को चकमा देकर भाग जाने में कामयाब हो गया। उसका पीछा अब आधा दर्जन आईपीएस कर रहे हैं, जिसमें श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ जिलों के एसपी भी हैं। हिसार से लेकर भटिण्डा-फाजिल्का तथा पूरी बीकानेर रेंज को अभेद बना दिया गया है ताकि वो भाग नहीं पाये। बड़े स्तर पर सर्च अभियान चलाया जा रहा है।
पुलिस महानिरीक्षक दिनेश एमएन से प्राप्त जानकारी के अनुसार हरियाणा पुलिस को सूचना मिली थी कि अंकित भादू सादुलशहर में है। इस पर हरियाणा पुलिस ने स्थानीय पुलिस की मदद से उस मकान पर छापा मारने की तैयारी की ही थी कि अंकित भादू को इसकी जानकारी मिली गयी। उसने पुलिस पर फायरिंग कर दी। पुलिस जब तक संभल पाती, वह आंखों से ओझल हो चुका था। इस घटनाक्रम की जानकारी हरियाणा व सादुलशहर पुलिस ने श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ व हरियाणा पुलिस के उच्चाधिकारियों को दी।
अंकित भादू वहां से फरार होकर किसी तरह से सादुलशहर-संगरिया पर स्थित कैंचियां पहुंचा तो उसको वहां एक मोटरसाइकिल सवार व्यक्ति मिला। उसकी कनपटी पर पिस्तोल तानकर वह वहां से फरार हो गया और अपने साथियों के मोबाइल नंबर पर सम्पर्क किया और उन्हें नुरपुरा गांव आने के लिए कहा।
भादू के साथी आई-20 कार लेकर नूरपुरा पहुंचे तो वहां वह मोटरसाइकिल को पटककर उनकी कार में बैठकर फरार हो गया। इस दौरान तक श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ पुलिस भी पहुंच चुकी थी। आईजी के अनुसार पंजाब पुलिस को भी अलर्ट कर दिया गया। इसके बाद पूरे पंजाब में कड़ी नाकाबंदी कर दी गयी है। वहीं अन्य विश्वस्त सूत्रों से यह भी पता चला है कि उसको हरियाणा के सिरसा जिला में देखा गया है। इस कारण हिसार से लेकर भटिण्डा-मुक्तसर-फाजिल्का-फिरोजपुर जिलों में कड़ी नाकाबंदी करवायी गयी है। वहीं हरियाणा में भी हर गांव और ढाणी में अंकित भादू की तलाश की जा रही है। बीकानेर रेंज में भी कड़ी नाकाबंदी की गयी है। आईजी श्री दिनेश ने यह भी बताया कि श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ एसपी स्वयं अंकित भादू के खिलाफ आरंभ की गयी कार्यवाही का नेतृत्व कर रहे हैं।
दूसरी ओर पुलिस अपने स्तर पर यह भी जांच आरंभ कर चुकी है कि जब अंकित भादू के सादुलशहर में होने की सूचना हरियाणा पुलिस को मिल गयी थी तो सादुलशहर पुलिस सो क्यों रही थी। पंजाब के बॉर्डर पर स्थित इस इलाके में पुलिस ने नाकाबंदी की माकूल व्यवस्था क्यों नहीं की। यह भी तफ्तीश का विषय पुलिस के लिए बन गया है कि अंकित भादू को पुलिस के आने की खबर कैसे ओर किसने दी। वह इतना अल्र्ट क्यों हो गया कि हरियाणा व सादुलशहर पुलिस टीम को चकमा दे गया। वह कई किमी तक श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ जिले में पैदल व मोटरसाइकिल पर सफर कर रहा था किंतु इसके बावजूद हनुमानगढ़ पुलिस को समय रहते सूचना क्यों नहीं दी गयी। पुलिस की इस नाकामयाबी के बाद ही आईजी ने हनुमानगढ़ व श्रीगंगानगर पुलिस को स्वयं अंकित भादू का पीछा करने के आदेश दिये। इस पूरे घटनाक्रम के बाद तय है कि सादुलशहर थानाधिकारी बलराज मान व पुलिस स्टाफ अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं पायेगा। उसकी लापरवाही के कारण एक बड़ा गैंगस्टर हाथ में आने से रह गया। 

Friday, August 10, 2018

अरोड़ा-बणिया के सामने तीसरे विकल्प को तैयार करने की कोशिश में टाक


रविवार को होना है सर्वसम्माज भाईचारा सम्मेलन
श्रीगंगानगर। विधानसभा चुनाव नजदीक आये हैं तो भाजपा से जुड़े प्रहलाद राय टाक को सर्वसम्माज भाईचारा सम्मेलन की याद आ गयी है। इस सम्मेलन को वे रविवार को रामलीला मैदान में आयोजित कर रहे हैं किंतु राजनीति के जानकार उनको अलग ही नजरों से देख रहे हैं। उनकी ही पार्टी के लोग भी उनकी खुलकर मुखालफ्त कर रहे हें।
प्रहलाद राय टाक आगामी रविवार को रामलीला मैदान में एक जनसभा कर रहे हैं। इसको नाम दिया गया है सर्वसम्माज सम्मेलन। इस सम्मेलन को शक्ति प्रदर्शन के रूप में भी देखा जा रहा है। श्री टाक कुम्हार समाज से हैं और समाज में वे एक लोकप्रिय नेता के रूप में भी जाने जाते हैं, इसमें दो राय नहीं है। वे समाज के अध्यक्ष भी रहे हैं। श्रीगंगानगर विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा वोट भी मूल ओबीसी के हैं। यह आकड़े श्री टाक भी जानते हैं और इसी कारण वे एक बड़ा राजनीतिक खेल खेल रहे हैं।
अगर एकल जाति के आधार पर देखा जाये तो श्रीगंगानगर विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक वोट अरोड़ा-खत्री जाति से है। दूसरे नंबर पर बणिया समाज आता है। इसमें अग्रवाल और माहेश्वरी शामिल हैं। तीसरे नंबर को लेकर विवाद सामने आता है कुम्हार और ब्राह्मणों को लेकर। दोनों ही पक्ष तीसरे नंबर पर स्वयं के वोट बताते हैं। इसके अतिरिक्त अन्य जातियों के वोट हैं। वहीं कुल मूल ओबीसी  वोट (कुम्हार, सोनी, लुहार, नाई, जांगिड़ आदि) सबसे अधिक हैं, लेकिन सभी मूल ओबीसी जातियां कभी भी एकजुट ही नहीं हुई और कभी भी एकजुट होकर मूल ओबीसी के लिए टिकट भी नहीं मांगा।
दूसरी ओर अरोड़ा-खत्री जाति सबसे बड़ी जाति के रूप में राजनीतिक दलों में जानी जाती है। पिछले चुनावों में अग्रवाल समाज की कामिनी जिंदल विजयी हुई थीं तो उन्होंने यह भी दिखाया था कि बणिया समाज भी यहां से विकल्प बन सकता है। उनके विजयी होने के बाद अजय चाण्डक नगर परिषद के सभापति बन गये। वे भी बणिया हैं लेकिन अग्रवाल नहीं, बल्कि माहेश्वरी हैं। राज्य सरकार ने फिर से बणिया जाति का ही सम्मान किया और संजय महीपाल को नगर विकास न्यास का अध्यक्ष बनाया। शहर के तीनों ही प्रमुख पद बणिया समाज के पास चले गये। अब सरकार ने अरोड़ा-खत्री जाति की नाराजगी को दूर करने के लिए रवि सेतिया को पंजाबी अकादमी का अध्यक्ष बनाया है लेकिन उनके पास काम करने के लिए समय नहीं बचा है। वे देखते ही देखते पूर्व अध्यक्ष बन जायेंगे।
वहीं प्रहलाद राय टाक ने तीसरा विकल्प पेश करने की कोशिश की है।  वे रविवार को जो सम्मेलन कर रहे हैं, वो इसी रूप में हो सकता है। इसमें दो राय नहीं कि रामलीला मैदान में आयोजित होने वाली जनसभा में सैकड़ों लोग उपस्थित होंगे। इसका कारण यह है कि कुम्हार समाज इस सम्मेलन को लेकर काफी जोश में है और संभव है कि हर परिवार का एक सदस्य वहां पहुंचे। अगर वे पांच हजार की भीड़ जुटाने में कामयाब हो गये तो वे भाजपा हाइकमान के सामने स्वयं को जन नेता के रूप में पेश कर सकते हैं।
दूसरी ओर उनके विरोधी, जिनकी संख्या भाजपा में भी कम नहीं है। उनका कहना है कि प्रहलाद राय टाक ने कभी भी मुद्दों की राजनीति नहीं की। वे स्वयं को सिर्फ अखबारों में विज्ञप्ति भेजने तक ही सीमित रहे हैं। शहर की कोई भी समस्या हो, वे कहीं भी संघर्ष करते हुए नजर नहीं आये। पिछले दिनों किसानों ने हड़ताल की तो भी वे लोगों की समस्याओं को सुनकर उनको दूर करने का प्रयास करते हुए नजर नहीं आये जबकि उस समय केवल एक ही नेता नजर आता था वो थे कांग्रेसी एवं पूर्व सभापति जगदीश जांदू। यह तय है कि प्रहलाद राय टाक भले ही भाजपा हाइकमान को प्रभावित करने के लिए पांच हजार की भीड़ जुटा लें लेकिन वे अपनी छवि संघर्षशील नेता की नहीं बना पाए हैं। अधिकारियों पर उनका कोई प्रभाव पहले नजर आता था और न ही बाद में नजर आने की संभावना है।

सीएम ने भेजा था एसपी बनाकर, महावर जी खुद को समझ बैठे थे निजाम
नागौर में परेशानी में, गंगानगर में नहीं सुनते थे फरियादियों को भी
भोले-भाले एसपी को देखकर कुख्यात पुलिस अधिकारी ने लपेट लिया था अपनी बातों में
सरकार का इनाम दिलाकर लिया था झांसें में
श्रीगंगानगर। श्रीगंगानगर जिले में पुलिस में तैनात ज्यादातर अधिकारी और कर्मचारी शेखावाटी क्षेत्र के होते हैं। यह लोग जिले को ईस्ट इंडिया कंपनी के नाम से पुकारते हैं। इसका अर्थ यह होता है कि यहां आकर लूटो और मौज करो। यही कारण रहा है कि श्रीगंगानगर जिले में पिछले दो दशक से वही अधिकारी घूम-फिरकर वापिस आ जाते हैं जो तब्दील होते हैं। पहले एसएचओ बनकर, फिर डीवाईएसपी और फिर एडीशनल एसपी बनकर। यही घूमते रहते हैं। दो दशक से जो अधिकारी यहां लगातार हैं वे अपने उच्चाधिकारियों को अपनी बातों में भी लेना जानते हैं और हरेन्द्र महावर भी उनके शिकार हो गये। वे पहले और आखिरी शिकार नहीं थे। उन अधिकारियों ने अपने झांसें में लिया और फिर उनका ब्रेनवाश कर उनको समझा दिया कि वे एसपी नहीं बल्कि निजाम हैं। भोले-भाले महावर जी भी खुद को यही समझ बैठे। अब वे नागौर जैसे जिले में है, जो जातिगत राजनीति का एक बड़ा केन्द्र है।
महावर ने जब जोधपुर से यहां कार्यभार संभाला था तो वे एक अच्छे अधिकारी की छवि लेकर आये थे और जब गये थे तो उनकी छवि पुलिस विभाग में लापरवाह अधिकारियों में शामिल हो गयी थी। यही कारण रहा कि उनको चुनावों के समय नागौर जिला दिया गया। वे गंगानगर के पहले एसपी हैं जो श्रीगंगानगर के बाद नागौर गये हैं। अच्छे अधिकारियों को सरकार अलवर, भीलवाड़ा, उदयपुर जैसे जिलों में भेजकर उनका सम्मान करती है। लापरवाह अधिकारियों को अपेक्षाकृत कम महत्व के जिलों में भेजा जाता है। यह जिले ऐसे होते हैं, जहां चैन की सांस कम आती है और टेंशन ज्यादा रहती है। नागौर जिला जाट राजनीति का एक प्रमुख केन्द्र रहा है और चुनावों के समय उस जिले का एसपी बनना काफी मुश्किल होता है। परेशानी बहुत होती है और इस परेशानी को फेस भी महावर कर रहे हैं।
तीन दिन पहले माननीय महावर साहब जोधपुर हाइकोर्ट में पेशी पर गये थे। वहां वे अनेक अधिकारियों से भी मिले। उनके चेहरे पर परेशानी साफ देखी जा रही थी। जिस भी अधिकारी ने उनको देखा, वो यह समझ चुका था कि नागौर में महावर साहब परेशान हैं। दुखी हैं। चुनावों तक उनका वहां रहना मुश्किल हो सकता है।
वसुंधरा राजे ने उनको मेहनती अधिकारी समझा था। इस कारण वे उनकी गुडबुक में भी थे। गंगानगर आकर वे लोकसेवक नहीं बल्कि स्वयं को निजाम समझ बैठे थे। उनको ऐसा एक अधिकारी ने ही समझाया था। यह अधिकारी उनका नजदीकी बन गया था और धीरे-धीरे यह हालात हो गये कि आदरनीय महावर साहब दफ्तर से ही गायब रहने लगे। वे लंच के बाद आते ही नहीं थे और रावला-घड़साना आदि दूर-दराज से आने वाले लोग उनका इंतजार करते रहते। हालात यह होती थी कि एडीशनल एसपी भी गायब और फरियाद सुनने की बारी आती थी सीओ एससी-एसटी की। दोनों उच्चाधिकारी गायब रहते थे तो सीओ  कार्यवाहक एसपी हो जाते थे। परिवाद कक्ष के प्रभारी उनको सीओ के पास लेकर जाते थे और ग्रामीणों को यह भी नहीं पता होता था कि जिस अधिकारी से मिलाया जा रहा है उससे उच्च रैंक का अधिकारी तो रायसिंहनगर में भी बैठता है। लोग परेशान। थानाधिकारी खुश। उनको कोई कुछ कहने वाला नहीं। उनकी दादागिरी शुरू। जिसको चाहा, उसको उठाया। जिसको चाहा उसको मुकदमे से बाहर कर दिया। खुलेआम यह खेल चल रहा था। अपराधिक तत्व पुलिस पर हावी हो गये थे और यह हवा जिले में बन गयी थी कि पुलिस को खरीदा जा सकता है और अनेक असामाजिक तत्वों ने ऐसा करके भी दिखाया।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे जब गंगानगर आयी तो उनको यहां के हालात की जानकारी मिली। सांध्यदीप ने भी इस मामले में एक किरदार का रोल निभाया। अब नागौर में महावर साहब परेशान हैं। दुखी हैं। उनके दुख और परेशानी को दूर करने वाला वो अधिकारी नहीं है जो दिल्ली से उनको सम्मान दिलाकर लाया था। इस पुलिस अधिकारी का भाई अलवर में राज्य सरकार का राजस्व वसूलने वाला अधिकारी है। इस अधिकारी ने ही अलवर के उद्यमियों से चर्चा की और अपने भाई के अधिकारी को फिक्की से देश में सर्वश्रेष्ठ जिला एसपी का सम्मान दिला दिया। लोग त्राहि-त्राहि कर रहे थे। लोगों का जुल्म सह रहे थे और उसी जिले के एसपी को देश के सर्वश्रेष्ठ एसपी का सम्मान मिल रहा था। यह सम्मान पाकर भोले-भाले महावर के पांव जमीन पर नहीं लग रहे थे। वे इतने खुश थे कि पुलिस लाइन में जाकर बच्चों के साथ कांच की गोलियां खेलने लगे थे। कांच की गोलियां खेलते हुए वे अपने फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल करते थे। मीडिया में पब्लिश करवाते थे। वही महावर अब परेशान हैं। जो यहां निजाम बनकर काम कर रहे थे उनको समझ नहीं आ रहा कि उनकी परेशानी कैसे दूर होगी। उनको अब ध्यान में आ गया है कि वे तो लोकसेवक हैं। एसपी हैं। जिनकी जिम्मेदारी होती है जिले में कानून व्यवस्था बनाने की। अगर वे समय रहते कुछ सच्चाई को देख पाते तो आज इतना परेशान नहीं होते।

सांध्यदीप की लोकप्रिय हुई व्हाट्स एप न्यूज सर्विस
सांध्यदीप की ओर से देशवासियों को पल-पल की खबर देने के लिए आरंभ की गयी 'व्हाट्स एप न्यूज सर्विसÓ लोकप्रिय होने लगी है। पहले ही दिन 100 से अधिक लोगों ने सांध्यदीप के व्हाट्स-एप नंबर-82901-14202 पर मैसेज भेजकर न्यूज प्राप्त की। इस सेवा में दिन में एक बार कोई भी व्यक्ति व्हाट्स नंबर पर न्यूज लिखकर मैसेज भेजता है तो उसको तुरंत ही उस वक्त तक की हर खबर मिल जाती है। यह सर्विस पूरी तरह फ्री है। 

Wednesday, August 8, 2018

सुप्रीम एयरलाइंस ने पायलट की गलती को स्वीकारा, मुकदमा नहीं होगा दर्ज


श्रीगंगानगर। जयपुर-श्रीगंगानगर के बीच दैनिक हवाई सेवा आरंभ करने वाली सुप्रीम एयरलाइंस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी दीपक अग्रवाल ने स्वीकार किया है कि मंगलवार को लालगढ़ हवाई पट्टी पर हुआ हादसा पायलट की गलती से हुआ था। मंगलवार को डीजीसीए की टीम लालगढ़ पहुंच गयी और घटनास्थल का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने मीडिया से दूरी बनाकर रखी। इस मामले में नियमानुसार मुकदमा दर्ज नहीं किया जा सकता, इस कारण लालगढ़ पुलिस थाने में कोई एफआईआर भी दर्ज नहीं हुई है।
मंगलवार को लालगढ़ हवाई पट्टी पर हुआ हादसा पायलट की गलती थी। यह बात कंपनी के सीईओ ने दी है। सुप्रीम एयरलाइंस के दीपक अग्रवाल का कहना है कि रनवे तो पर्याप्त था लेकिन पायलट ने जहां लैंडिंग करना था, वहां नहीं की और गति को भी वह नियंत्रित नहीं रख पाया। इस मामले की जानकारी डीजीसीए को दी गयी थी और टीम ने मौका-मुआयना भी किया है।
कंपनी की तरफ से सांध्यदीप को यह भी जानकारी दी गयी है कि पायलट को 15 सौ घंटे एयरक्रॉफ्ट का अनुभव है। हालांकि नियमानुसार 200 घंटे के बाद एयरक्राफ्ट को चलाने की अनुमति मिल जाती है। अगर पायलट को 15 सौ घंटे का अनुभव था तो निश्चित रूप से उस पर थकावट ने असर किया होगा। अभी यह पता नहीं चला है कि जयपुर-श्रीगंगानगर के बीच दो बार अपडाउन फ्लाइट को एक ही पायलट लेकर आता था या अन्य था। पायलट को सबसे ज्यादा परेशानी लैंडिंग के वक्त ही होती है और हल्की सी चूक भारी पड़ जाती है। मंगलवार को लालगढ़ हवाई अड्डे पर हुआ भी यही। एक पुलिस वाले ने बताया कि वह रोजाना एक ही व्यक्ति को देखता था जो जहाज लेकर आता था। इसका अर्थ यह भी है कि अगर एक ही पायलट रोजाना दो बार अपडाउन करता था तो निश्चित रूप से कंपनी की भी लापरवाही है।
दूसरी ओर थानाधिकारी तेजवंतसिंह बराड़ ने बताया कि मंगलवार को हुए हादसे के मामले में कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है। हालांकि कानून भी यही कहता है कि डीजीसीए ही पायलट व कंपनी के खिलाफ कार्यवाही के लिए अधिकृत है और पुलिस उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं कर सकती। वहीं प्रशासन अपने स्तर पर जांच करवा सकता है और सरकार तक अपनी रिपोर्ट दे सकता है। डीजीसीए के आगामी आदेशों तक हवाई यात्रा को रोक दिया गया है। कंपनी की ओर से बताया गया है कि प्रति यात्री 50 लाख रुपये तक का बीमा करवाया जाता है, किसी हादसे में जनहानि होने पर। इस राशि के लिए बीमा कंपनी पर ही क्लेम किया जा सकता है। 

Tuesday, August 7, 2018

लालगढ़ हवाई पट्टी पर बड़ा हादसा, यात्री सकुशल

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श्रीगंगानगर। लालगढ़ हवाई पट्टी पर जयपुर से आ रहा निजी विमान मंगलवार को हादसे का शिकार हो गया। निजी एयरलाइंस सुप्रीम ने जयपुर-श्रीगंगानगर के बीच दैनिक सेवाएं आरंभ की हुई हैं और 9 सीटर इस फ्लाइट में आज 7 यात्री थे। शाम करीबन 5 बजे जयपुर से आ रहा जहाज रनवे पर उतरा तो पायलट गति को नियंत्रित नहीं रख पाया और जहाज सीधा सामने की दीवार से जा टकराया। इस हादसे में किसी के घायल होने की खबर तो नहीं है किंतु हवाई जहाज को काफी नुकसान हुआ है। यह रनवे 1700 मीटर है और इस वैकल्पिक हवाई अड्डे को आरंभ करने के लिए निजी कंपनी ने रनवे के लिए और जगह मांगी थी किंतु गौशाला की जमीन होने के कारण प्रशासन चाहकर भी उसको एक्वायर नहीं कर पाया। इस कारण रनवे छोटा ही रह गया है हालांकि 9 सीटर के लिए उसको प्रशासन पर्याप्त बता रहा है। इसी तरह का हादसा कुछ समय पूर्व कर्नाटक के मंगलोर में भी हुआ था। जहां पायलट गति को नियंत्रित नहीं रख पाया था और विमान खाई में गिर गया था। इसके दूसरी तरफ भी खेत था। वहां हादसा हो सकता था। ध्यान रहे कि इस एयरपोर्ट पर बस अड्डे जितनी भी सुरक्षा व्यवस्था नहीं है। यहां अभी तक सुरक्षाकर्मी तक तैनात नहीं है और हवाई ट्रैफिक को कंट्रोल करने के लिए जो सिस्टम होना चाहिये, वह भी नहीं है। vidio news after some time

Friday, August 3, 2018

आजादी का जश्न जुआ-नशा से मुक्त करवाकर मनायेगी गंगानगर पुलिस

श्रीगंगानगर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तीन साल पहले लाल किला की प्राचीर से देश को स्वच्छता अभियान से देश को स्वच्छ बनाने के लिए प्रेरित किया था। इसके बाद समय-समय पर यह अभियान चलाया भी जाता है। वहीं इस बार श्रीगंगानगर की पुलिस जिले को संगठित अपराध मुक्त करना चाहती है। इसी कारण पूरे माह नशा-जुआ-सट्टा के खिलाफ अभियान चलाया जायेगा।
देश के लिए अगस्त माह पवित्र माना जाता है क्योंकि 15 अगस्त को देश लगभग 1 हजार सालों बाद गुलामी की जंजीरों से बाहर आया था किंतु इस दौरान तक देश के कई टुकड़े हो चुके थे, किंतु फिर भी हम इस बात के लिए संतुष्ट हैं कि हमें एकीकृत भारत मिला। गरीबी से लड़ता हुआ आजादी के बाद 70 साल पूर्ण कर चुका है। देश के सीमावर्ती जिले में अनेक प्रकार के सामाजिक अपराध भी काफी गहराई तक उतर चुके हैं। समाज ने कब इस बुराई को अपना लिया, उनको भी पता नहीं चला जिन लोगों ने इसको अपनाया।
समाज को जागरुक कर नशा, सट्टा-जुआ जैसी सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने के लिए पुलिस अधीक्षक योगेश यादव सक्रिय हुए हैं और उन्होंने पुलिस को आदेशित किया है कि अगस्त माह में अभियान चलाया जाये। एसपी श्री यादव ने बताया कि आज शुक्रवार को भी कार्यवाही की गयी हैं। पुरानी आबादी पुलिस ने सट्टा और सदर पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट याने नशे के खिलाफ कार्यवाही की है। 

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