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Tuesday, August 21, 2018

अशोक चाण्डक ने जोर का झटका धीरे से दिया

श्रीगंगानगर। श्रीगंगानगर को वीरान इलाका समझकर कई छुट्टभैये नेता कौओं की तरह कांव-कांव कर रहे थे। वो नेता भी प्रत्याशी का दावेदारी कर रहे थे जो कभी शहरवासियों के सुख-दुख में काम नहीं आये, जो कभी सामाजिक-राजनीतिक आंदोलन में हिस्सेदार नहीं रहे। ऐसे नेता भी अपने आप को शीशे में खड़ा होकर निहारते थे और स्वयं को ही अगला विधायक होने का विश्वास जताते हुए खुद की पीठ थपथपा लेते थे। ऐसे लोगों को बहुत बड़ा झटका जयपुर से लगा है। मंगलवार दोपहर का घटनाक्रम दोनों पार्टियों के नेताओं के लिए खतरे की घंटी लेकर आया है।
समाजसेवी अशोक चाण्डक ने मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यालय में पहुंचकर प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट के सामने पार्टी की प्राथमिकता सदस्यता ग्रहण की। श्री पायलट ने श्री चाण्डक जैसे कद्दावर समाजसेवी के पार्टी में शामिल होने का तहेदिल से स्वागत किया। उन्होंने विश्वास जताया कि उनके पार्टी में आने से निश्चित ही कांग्रेस जिले में और मजबूत बनकर सामने आयेगी।
अशोक चाण्डक ने सक्रिय राजनीति में शामिल होकर धमाका कर दिया। वे कभी भी पहले सक्रिय राजनीति में नहीं थे और अपने ही व्यापार को संभाल रहे थे जबकि राजनीति की जिम्मेदारी अपने छोटे भाई अजय चाण्डक को दी हुई थी। अजय चाण्डक पहले नगर परिषद के उपसभापति रह चुके थे और वर्तमान में सभापति हैं। उनका कार्यकाल अगले साल पूरा हो जायेगा।
समाजसेवी की छवि रखने वाले अशोक चाण्डक भले ही पहले कभी सक्रिय राजनीति में नहीं रहे हों लेकिन अपनी राजनीतिक चालों से बड़ों-बड़ों को उन्होंने ढेर किया है। वार्ड नं 28 शुद्ध रूप से अरोड़वंशियों का वार्ड है। 2009 के नगर परिषद चुनावों में इस वार्ड में 11 अरोड़वंशी खड़े हुए थे। सभी ने अपना समर्थन अशोक चाण्डक की रणनीति के चलते अजय चाण्डक को दे दिया था। अजय निर्वाचित हुए तो सभापति के चुनावों में 48 पार्षदों ने उन्हें अपना समर्थन दिया। यह अभूतपूर्व था। आज तक के इतिहास में सभापति के किसी भी प्रत्याशी को इतने वोट नहीं मिले थे। यह सब अशोक चाण्डक की रणनीति का ही कमाल था।
वे भले ही स्वयं सक्रिय राजनीति में नहीं रहे हों लेकिन प्रशासन-पुलिस में उनका प्रभाव रहा है और इस बात को शहरवासी दरकिनार नहीं कर सकते। आज तक जो भी कार्य असंभव समझा जाता रहा हो, वह अशोक चाण्डक ने अपनी चतुराई का इस्तेमाल करते हुए संभव बनाया है। इस तरह के चमत्कार वे पहले भी कई बार कर चुके हैं।
अब वे कांग्रेस में शामिल हो गये हैं तो निश्चित रूप से उन नेताओं में खलबली मच जायेगी, जो स्वयं को जीता हुआ मान रहे थे। कांगे्रस में आधा दर्जन उम्मीदवार टिकट मांगने के लिए लाइन में थे लेकिन इन सभी को चाण्डक ने जोर का झटका धीरे से दे दिया है। भूकम्प के बाद जैसी स्थिति तो भाजपा में भी है। किसी ने नहीं सोचा था कि राजनीति के समीकरण इस तरह से भी बदल सकते हैं। निश्चित रूप से आने वाले दिनों में श्रीगंगानगर शहर की राजनीति का केन्द्र चाण्डक का कार्यालय बन सकता है जहां चुनावों की सभी तरह की रणनीतियां बनेंगी और पूरी भी होंगी। 

Saturday, August 18, 2018

श्रीगंगानगर की जनता से किया वायदा पूरा कर पायेंगे आईजी







अपराधियों में खौफ का दूसरा नाम बन चुके आईजीपी दिनेश एमएन ने जिले की जनता को विश्वास दिलाया है कि संगठित अपराध को खत्म करने के लिए पुलिस पूरे प्रयास करेगी। जिले को नशामुक्त बनाने के लिए भी एसपी की टीम बेहतर कार्य करेगी। नशे के आदी युवकों को नशामुक्त करने के लिए भी प्रयास होंगे।
समाज की बेहतरी के लिए संघर्ष करने वाले 'सांध्यदीप टीवीÓ टीम ने पंजाब की नहरों से आने वाले अज्ञात शवों के मुद्दे को गंभीरता से उठाया। आप भी सुनिये। आईजी और एसपी ने जिलावासियों से और क्या वादे किये, उनको भी ध्यान से सुने। 

कयाल टीम से आज रूबरू होंगे दिनेश

हनुमानगढ़, 19 अगस्त। पुलिस महानिरीक्षक रविवार को हनुमानगढ़ में होंगे। वे पुलिस अधिकारियों के साथ लम्बी चर्चा करेंगे। हालांकि हनुमानगढ़ जिले में श्रीगंगानगर जैसे हालात नहीं है, लेकिन वे जिले के अधिकारियों के साथ लम्बी मंत्रणा अवश्य करना चाहेंगे।
बीकानेर रेंज आईजी के पद पर नियुक्ति के बाद दिनेश एमएन रविवार को पहली बार हनुमानगढ़ में होंगे। हालांकि उनको शनिवार रात को ही हनुमानगढ़ में होना चाहिये था लेकिन श्रीगंगानगर में मैराथन बैठक के बाद वे रात को रवाना नहीं हो पाये और रात्रि विश्राम उन्होंने श्रीगंगानगर में ही करने का विचार किया। रविवार को हनुमानगढ़ पुलिस अधीक्षक अनिल कयाल की टीम के साथ जिले की कानून व्यवस्था को और बेहतर बनाने का प्रयास करेंगे।
एसपी का कार्यभार संभालने के बाद अनिल कयाल ने जिले की कानून व्यवस्था को वापिस पटरी पर ला दिया है। उन्होंने आदेश जारी कर रात 8 बजे के बाद शराब ठेके, मयखाने बंद करवा दिये थे। किसी भी थानाधिकारी की हिम्मत उनके आदेशों को टालने की नहीं है। जुआ-सट्टा बंद है। पुलिस परिवादियों की पुकार को फिर से सुनने लगी है और यह हनुमानगढ़ जिले के लोगों के लिए बहुत बड़ी राहत है। वहीं कोई भी व्यक्ति एसपी को उनके व्हाट्सएप पर सूचना भेजता है तो वे तुरंत उस पर कार्यवाही को अंजाम देते हैं। 

आईजी एमएन ने पंजाब के अधिकारियों को भी बुलाया क्राइम मीटिंग में

एसपी ने आरक्षीगण के लिए लगायी पेटी
थाना व अधिकारी से संबंधित शिकायत बिना नाम लिखे डाल सकेंगे
श्रीगंगानगर। बीकानेर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक ने जिले के पुलिस अधिकारियों के साथ लम्बी बैठक की। इसको मंथन बैठक का नाम दिया जा सकता है और इस बैठक के जरिये आईजी ने पुलिस अधिकारियों को जिले की पुलिस की इज्जत बहाली के लिए मूल मंत्र भी दिया। वह मंत्र था, अपराधियों को सलाखों के पीछे डालो। इस बैठक में ही आईजी ने पंजाब के पुलिस अधिकारियों को भी बुला लिया था। उनके साथ भी बेहतर तालमेल के लिए विचार-विमर्श किया गया।
अबोहर मार्ग पर स्थित पुलिस लाइन में आयोजित क्राइम बैठक में आईजी दिनेश एमएन ने पुलिस अधिकारियों को साफ शब्दों में बताया कि संगठित अपराध जिले में पैर पसार रहा है। पंजाब-हरियाणा के संगठित अपराधी श्रीगंगानगर की ओर रुख कर रहे हैं। ऐसे में पुलिस अधिकारियों की जवाबदेही और ज्यादा हो जाती है। पंजाब के अधिकारी भी इस बैठक में शामिल हुए। पंजाब पुलिस ने श्रीगंगानगर पुलिस के साथ मिलकर अपराध की रोकथाम करने की मंशा जतायी। आईजी और पुलिस अधीक्षक योगेश यादव ने अपराधियों के बारे में सूचनाओं के आदान-प्रदान करने की जरूरत पर बल दिया। पंजाब के अधिकारियों को विश्वास दिलाया गया कि श्रीगंगानगर जिला पुलिस पंजाब पुलिस के साथ मिलकर काम करेगी और संगठित अपराधियों को श्रीगंगानगर में कहीं भी पनाह नहीं लेने दी जायेगी।
बैठक प्रात: 11 बजे आरंभ हुई और शाम करीबन 7 बजे तक चली। 8 घंटे की इस मैराथन के बाद जिले के उन अधिकारियों के चेहरे मुरझाये हुए थे, जो अभी तक आरामपसंद जिंदगी जीते रहे हैं। उन्हें लगने लगा है कि अब एसी वाले ऑफिस से बाहर निकलकर काम करना होगा। इससे पहले प्रात: आईजी ने जिले के आरक्षीगण की सम्पर्क सभा ली। इस बैठक में सभी कर्मचारियों को आश्वस्त किया गया कि उनके लिए अच्छा माहौल बनाया जायेगा। पुलिस लाइन में एक पेटी भी लगायी गयी है, इसमें आरक्षीगण अपने अधिकारियों के दुव्र्यवहार व लापरवाही से संबंधित शिकायत डाल सकेंगे। इसमें अगर किसी आरक्षी का नाम नहीं होगा तब भी जांच करवायी जायेगी। इस पेटी की चाबी जिला पुलिस अधीक्षक के पास होगी। एसपी स्वयं हर सप्ताह इस पेटी को खोलकर उसमें डाली गयी शिकायतों का अध्ययन करेंगें और आवश्यकतानुसार आगामी कार्यवाही करेंगे। 

Monday, August 13, 2018

एसपी कयाल की टीम ने गोलूवाला में छापामार पकड़ा एक लाख का जुआ

एसी जुआघर में पहली बार कार्यवाही
श्रीगंगानगर। पुलिस अधीक्षक की स्पेशल टीम ने थाना पुलिस की मिलीभगत से चल रहे जुआघर का पर्दाफाश किया है। लाखों रुपये की हार-जीत प्रतिदिन हुआ करती थी। इस कार्यवाही के बाद गोलूवाला थाना पुलिस के खिलाफ एसपी कार्यवाही कर सकते हैं।
जानकार सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार हनुमानगढ़ एसपी अनिल कयाल को एक सूचना गांव के ही लोगों ने दी थी कि गोलूवाला में एक दुकान के ऊपर बने शानदार कमरे में लाखों रुपये की हार-जीत पुलिस की मदद से की जाती है। एसपी ने इस सूचना मिलने के बाद स्पैशल टीम के इंचार्ज अरविंद बैरड़ को कार्यवाही करने के लिए आदेशित किया।
बैरड़ की टीम ने मुखबिर की बतायी गयी जगह पर छापा मारा तो 11 जने जुआ खेलते हुए पकड़े गये। इनके कब्जे से लगभग एक लाख रुपये की राशि मिली है। इस जुआघर को वातानुकूलित बनाया गया था और आसपास के इलाकों से भी लोग यहां जुआ खेलने के लिए आया करते थे। इस कार्यवाही की खबर जैसे ही गोलूवाला थाना पुलिस पहुंची तो वहां हड़कम्प मच गया। इस मामले में सभी लोगों के खिलाफ मुकदमा बैरड़ की तरफ से करवाया गया है। वहीं यह माना जा रहा है कि इस कार्यवाही के बाद गोलूवाला थाना पुलिस के अनेक कर्मचारियों पर गाज गिरना तय हो गया है। उल्लेखनीय है कि पुलिस अधीक्षक ने पूर्व में ही चेतावनी दी थी कि जो लोग जरायमपेशा लोगों को संरक्षण देंगे उनके खिलाफ निश्चित रूप से कार्यवाही होगी। 

आईजी दिनेश 17 को आयेंगे गंगानगर

सांध्यदीप के माध्यम से जिलावासियों को विश्वास दिलाया, अपराधियों के नाम का भय अब नहीं रहेगा

जैन कॉलेज की खुशी सोनी को मिली सफलता


प्लेसमेंट कैम्प के दौरान पॉलिसी बाजार कंपनी ने किया चयन
श्रीगंगानगर। बेटियों को उच्च शिक्षा एवं रोजगार के स्वर्णिम अवसर प्रदान करने के लिए विख्यात हो चुके श्री आत्मवल्लभ जैन कन्या महाविद्यालय की एक और छात्रा को बड़ी सफलता हासिल हुई है।
प्राचार्य संजय अरोड़ा ने इस संबंध में बताया कि खुशी सोनी पुत्री अरविंद सोनी महाविद्यालय के बीसीए संकाय में अध्ययनरत है। विगत दिवस  सुरेन्द्रा डेंटल कॉलेज में आयोजित प्लेसमेंट कैम्प में खुशी सोनी का चयन पॉलिसी बाजार डॉट कंपनी में हुआ है। उसको प्रतिवर्ष 2 लाख 41 हजार रुपये 9 प्रतिशत इंसेटिव के साथ वेतन मिलेगा। एक और छात्रा के प्लेसमेंट होने पर महविद्यालय में खुशी की लहर है। प्राचार्य ने छात्रा व उनके परिजनों को बधाई दी और खुशी के उज्जवल भविष्य की कामना की है। 

राजस्थान करेगा शहादत को सलाम

श्रीगंगानगर, 13 अगस्त। जिला कलक्टर श्री ज्ञानाराम ने जिले के नागरिकों से कहा है कि 14 अगस्त को शहादत को सलाम कार्यक्रम के अंतर्गत बनने वाली मानव श्रृंखला में अधिक से अधिक महिलाएं, पुरूष व युवा बढ़-चढ़ कर हिस्सा लें। उन्होंने नागरिकों से अनुरोध किया है कि अपने वतन के लिये दो घंटे का वक्त अवश्य निकाल कर इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में भागीदार बनें।
    जिला कलक्टर ने बताया कि 14 अगस्त को प्रातः 11 बजे से पूर्व सुखाड़िया सर्किल पर कार्यक्रम का आयोजन होगा तथा 11 बजे से सुखाड़िया सर्किल से शिव सर्किल जस्सासिंह मार्ग होते हुए पदमपुर रोड़ से होते हुए चुनावढ़ कोठी, चुनावढ़, ततारसर, रत्तेवाला होते हुए पदमपुर, रायसिंहनगर, अनूपगढ़, घड़साना तथा रोजड़ी तक मानव श्रृंखला बनेगी। जिस नागरिक के यह मानव श्रृंखला नजदीक पड़ रही है वे लोग उसी स्थान पर जाकर मानव श्रृंखला का हिस्सा बनें। 
    उन्होंने बताया कि श्रीगंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर व बाड़मेर तक लगभग 700 किलोमीटर लम्बी मानव श्रृंखला बनेगी, जो अपने आप में एक इतिहास बनायेगी। 14 अगस्त को एक घड़ी में, एक कड़ी में राजस्थान करेगा शहादत को सलाम। जिन्होंने देश की आन की खातिर अपनी जान की बाजी लगा दी। हमारे उन जाबाज शहीदों की शहादत को इस जिले के लोग दिल से सलाम करेगें। इस अनोखी मानव श्रृंखला का हिस्सा बनकर अपने आप को गौरवान्वित करवायें।
मानव श्रृंखला रूट की जानकारी देते हुए जिला कलक्टर
जिला कलक्टर श्री ज्ञानाराम ने सोमवार को जल संसाधन विभाग के प्रमुख शासन सचिव एवं जिले के प्रभारी सचिव श्री शिखर अग्रवाल को मानव श्रृंखला के रूट की जानकारी दी। जिला कलक्टर ने अपने कक्ष में श्रीगंगानगर जिले के नक्शे के अनुसार सुखाड़िया सर्किल, जस्सासिंह मार्ग होते हुए पदमपुर रोड़ से पदमपुर, रायसिंहनगर, अनूपगढ़, घड़साना, रोजड़ी श्रीगंगानगर जिले की सीमा तक जाने वाली मानव श्रृंखला रूट की जानकारी दी। (फोटो सहित 1)
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सेना में 24 से 28 अगस्त तक भर्ती बीकानेर में
श्रीगंगानगर, 13 अगस्त। झुंझुनू सेना भर्ती कार्यालय द्वारा बीकानेर में 24 से 28 अगस्त 2018 तक स्वामी केशवानंद कृषि विश्व विधालय स्टेडियम बीकानेर में भर्ती की जायेगी। 
सेना भर्ती अधिकारी ने बताया कि 24 अगस्त को हनुमानगढ़ जिले के रावतसर व भादरा तहसील के, 25 अगस्त को हनुमानगढ़ की तहसील संगरिया, टीबी, हनुमानगढ़, पीलीबंगा व नोहर के युवाओं की भर्ती होगी। 26 अगस्त को श्रीगंगानगर जिले की तहसील करणपुर, श्रीगंगानगर, सादुलशहर, पदमपुर, रायसिंहनगर, अनूपगढ़, घड़साना, विजयनगर व सूरतगढ़ के युवाओं की भर्ती होगी। 27 अगस्त को बीकानेर जिले की तहसील खाजुवाला, छतरगढ़, बीकानेर, कोलायत, पुगल, लूणकरसर तथा 28 अगस्त को तहसील नोखा व श्रीडूंगरगढ़ के युवाओं की भर्ती होगी।
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स्वतंत्राता दिवस पर रहेगा सूखा दिवस 
श्रीगंगानगर, 13 अगस्त। आबकारी विभाग द्वारा स्वतंत्राता दिवस पर राज्य सरकार द्वारा घोषित शुष्क दिवस की पालनार्थ अधिकारियों, कर्मचारियों की डयूटी लगाई गयी है एवं निर्देशित किया गया है कि संबंधित क्षेत्रा की समस्त आबकारी दुकानात पूर्ण रूप से बंद रखवाई जावें। सूखा दिवस घोषित समय में दुकान खुली पाये जाने पर तत्काल अनुज्ञाधारी के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी। 
जिला आबकारी अधिकारी श्री अमरनाथ अग्रवाल ने बताया कि वृत शहर के लिये श्री प्रदीप कुमार बिश्नोई आबकारी निरीक्षक वृत शहर श्री गंगानगर, वृत ग्रामीण तहसील श्रीगंगानगर क्षेत्रा के लिये श्री मनीष पारीक आबकारी निरीक्षक वृत ग्रामीण श्रीगंगानगर, तहसील रायसिंहनगर के लिये श्री विधाधर पूनियां आबकारी निरीक्षक वृत रायसिंहनगर, राजस्व तहसील अनूपगढ़ के लिये श्री आशीष स्वामी आबकारी निरीक्षक वृत अनूपगढ़, तहसील सादुलशहर के लिये श्री जयदयाल जमादार आबकारी निरोधक दल ग्रामीण श्रीगंगानगर, तहसील करणपुर के लिये श्री जगदीश प्रसाद, प्रहराधिकारी आबकारी निरोधक दल श्रीकरणपुर, तहसील पदमपुर के लिये श्री अवधेश सान्धू प्रहराधिकारी आबकारी निरोधक दल रायसिंनगर, तहसील घड़साना के लिये श्री लिच्छमण राम प्रहराधिकारी आबकारी निरोधक दल घडसाना, तहसील श्री विजयनगर के लिये श्री अशोक कुमार प्रहराधिकारी आबकारी निरोधक दल अनूपगढ़ तथा तहसील सूरतगढ़ के लिये श्री बलवीर सिंह जमादार आबकारी निरोधक दल सूरतगढ़ को जिम्मा सौपा गया है। 
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राजीविका ब्लॉक कार्यालय करणपुर का उद्घाटन
श्रीगंगानगर, 13 अगस्त। राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद, श्रीगंगानगर के ब्लॉक कार्यालय करणपुर का उद्घाटन खान राज्यमंत्रा (स्वतंत्रा प्रभार) श्री सुरेन्द्र पाल सिंह टीटी के कर कमलों द्वारा किया गया। ब्लॉक कार्यालय उद्घाटन के दौरान श्री टीटी ने ग्रामीण महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि राजीविका द्वारा ग्रामीण महिलाओं को अधिक से अधिक आर्थिक सहायता प्रदान करने एवं राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली सभी सुविधा प्रदान कर समूह महिलाओं को आर्थिक स्वावलम्बन बनाने पर जोर दिया। आपने कहा कि ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक एवं राजनैतिक स्तर, ऊॅचां उठाने पर ही उनका सर्वांगीण विकास संभव है। श्री टीटी के पंचायत समिति करणपुर द्वारा चयनित एवं प्रशिक्षित समूह महिला मेट को मौके पर चयन स्वीकृति पत्रा वितरित करते हुए मेट महिलाओं को ईमानदारी, कर्तव्यनिष्ठा से कार्य करने हेतु प्रौत्साहित किया ताकि समाज में सम्मानजनक स्थान प्राप्त करे सके। आपने अवगत कराया कि माननीय मुख्यमंत्रा द्वारा आजीविका परिषद का गठन महिलाओं को स्वयं सहायता समूह में जोड़कर आत्मनिर्भर बनाने के लिए किया है। महिलाऐं सरकार द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों में प्रशिक्षण प्राप्त कर रोजगार शुरू करें ताकि परिवार का अच्छी तरह पालन-पोषण कर सकें। मुख्यमंत्रा द्वारा चलाई जा रही राजश्री योजना, भामाशाह योजना पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला। 
    जिला परियोजना प्रबन्धक श्री प्रेम सिंह राठौड़ ने करणपुर ब्लॉक की विभागीय गतिविधियों की जानकारी देते हुए अवगत करया कि करणपुर ब्लॉक में निम्न आय वर्ग समूह की महिलाओं के आर्थिक विकास के लिए ब्लॉक को चार भागों में बॉटते हुए चार कलस्टर कार्यालय स्थापित किये गये ताकि समूह की महिलाओं को सरकारी योजनाओं का अतिशीघ्र लाभ प्राप्त हो सके। आपने ब्लॉक में कार्यरत विभागीय कार्मिकों की गतिविधियों के बारे प्रकाश डाला।
    उपखण्ड अधिकारी श्रीमती रीना छींपा करणपुर ने स्वंतत्राता दिवस के पूर्व दिवस पर मानव श्रृखंला को पूर्ण करने में सहयोग प्रदान करने हेतु स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को प्रेरित किया। श्रीमती छींपा ने महिलाओं को सम्बोन्धित करते हुए कहा कि समूह महिलाऐं कभी भी किसी भी प्रकार की समस्या होने पर कार्यालय में निःसकोंच आकर मिले ताकि प्रशासन स्तर की समस्या का तुरन्त निस्तारण किया जा सके।
    विकास अधिकारी पंचायत समिति करणपुर श्री सुखविन्द्र सिंह ने आजीविका समूह के सदस्यों में विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि आप पंचायत में जाकर ईमानदारी से मेटो का कार्य करे तथा शेष पंचायतों के मेट भी फार्म भरकर पंचायत के माध्यम से जमा करवाये उनकी ट्रेनिंग भी पंचायत समिति द्वारा करवा दी जावेगी। स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत कैटल शैड इत्यादि के फार्म भरवाकर पंचायत समिति के माध्यम से जिला परिषद भिजवाये जायेगें।
    ब्लॉक परियोजना प्रबन्धक आत्माराम कुमावत ने विभाग द्वारा करणपुर ब्लॉक में अबतक की प्रगति की जानकारी देते हुए अवगत कराया कि करणपुर ब्लॉक में एक साल में लगभग लक्ष्य पूर्ण कर अतिशीघ्र सभी चारों कलस्टर को कलस्टर लेवल फैडरेशन में परिवर्तित कर सहकारी समिति के रूप में पंजीकृत करवा दिया जायेगा जो एक स्वशासित संस्था के रूप में महिला संगठन द्वारा संचालित की जायेगी।
    इस दौरान उद्घाटन में राजीविका स्टॉफ जिला प्रबन्धक चन्द्रशेखर, विजयलक्ष्मी कुमावत, आशीष नामदेव सहित सभी आरपीआरपी उपस्थित रहेंं। मंच संचालन चन्द्रशेखर जिला प्रबन्धक द्वारा किया गया। 

Sunday, August 12, 2018

एसपी यादव व कयाल सहित आधा दर्जन आईपीएस अंकित भादू का कर रहे पीछा

सादुलशहर में पुलिस पर फायरिंग कर हुआ फरार
पहले मोटरसाइकिल लूटा फिर आई-20 कार में बैठकर भागा
श्रीगंगानगर। पंजाब-हरियाणा और राजस्थान पुलिस को वांछित कुख्यात गैंगस्टर अंकित भादू एक बार फिर से पुलिस को चकमा देकर भाग जाने में कामयाब हो गया। उसका पीछा अब आधा दर्जन आईपीएस कर रहे हैं, जिसमें श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ जिलों के एसपी भी हैं। हिसार से लेकर भटिण्डा-फाजिल्का तथा पूरी बीकानेर रेंज को अभेद बना दिया गया है ताकि वो भाग नहीं पाये। बड़े स्तर पर सर्च अभियान चलाया जा रहा है।
पुलिस महानिरीक्षक दिनेश एमएन से प्राप्त जानकारी के अनुसार हरियाणा पुलिस को सूचना मिली थी कि अंकित भादू सादुलशहर में है। इस पर हरियाणा पुलिस ने स्थानीय पुलिस की मदद से उस मकान पर छापा मारने की तैयारी की ही थी कि अंकित भादू को इसकी जानकारी मिली गयी। उसने पुलिस पर फायरिंग कर दी। पुलिस जब तक संभल पाती, वह आंखों से ओझल हो चुका था। इस घटनाक्रम की जानकारी हरियाणा व सादुलशहर पुलिस ने श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ व हरियाणा पुलिस के उच्चाधिकारियों को दी।
अंकित भादू वहां से फरार होकर किसी तरह से सादुलशहर-संगरिया पर स्थित कैंचियां पहुंचा तो उसको वहां एक मोटरसाइकिल सवार व्यक्ति मिला। उसकी कनपटी पर पिस्तोल तानकर वह वहां से फरार हो गया और अपने साथियों के मोबाइल नंबर पर सम्पर्क किया और उन्हें नुरपुरा गांव आने के लिए कहा।
भादू के साथी आई-20 कार लेकर नूरपुरा पहुंचे तो वहां वह मोटरसाइकिल को पटककर उनकी कार में बैठकर फरार हो गया। इस दौरान तक श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ पुलिस भी पहुंच चुकी थी। आईजी के अनुसार पंजाब पुलिस को भी अलर्ट कर दिया गया। इसके बाद पूरे पंजाब में कड़ी नाकाबंदी कर दी गयी है। वहीं अन्य विश्वस्त सूत्रों से यह भी पता चला है कि उसको हरियाणा के सिरसा जिला में देखा गया है। इस कारण हिसार से लेकर भटिण्डा-मुक्तसर-फाजिल्का-फिरोजपुर जिलों में कड़ी नाकाबंदी करवायी गयी है। वहीं हरियाणा में भी हर गांव और ढाणी में अंकित भादू की तलाश की जा रही है। बीकानेर रेंज में भी कड़ी नाकाबंदी की गयी है। आईजी श्री दिनेश ने यह भी बताया कि श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ एसपी स्वयं अंकित भादू के खिलाफ आरंभ की गयी कार्यवाही का नेतृत्व कर रहे हैं।
दूसरी ओर पुलिस अपने स्तर पर यह भी जांच आरंभ कर चुकी है कि जब अंकित भादू के सादुलशहर में होने की सूचना हरियाणा पुलिस को मिल गयी थी तो सादुलशहर पुलिस सो क्यों रही थी। पंजाब के बॉर्डर पर स्थित इस इलाके में पुलिस ने नाकाबंदी की माकूल व्यवस्था क्यों नहीं की। यह भी तफ्तीश का विषय पुलिस के लिए बन गया है कि अंकित भादू को पुलिस के आने की खबर कैसे ओर किसने दी। वह इतना अल्र्ट क्यों हो गया कि हरियाणा व सादुलशहर पुलिस टीम को चकमा दे गया। वह कई किमी तक श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ जिले में पैदल व मोटरसाइकिल पर सफर कर रहा था किंतु इसके बावजूद हनुमानगढ़ पुलिस को समय रहते सूचना क्यों नहीं दी गयी। पुलिस की इस नाकामयाबी के बाद ही आईजी ने हनुमानगढ़ व श्रीगंगानगर पुलिस को स्वयं अंकित भादू का पीछा करने के आदेश दिये। इस पूरे घटनाक्रम के बाद तय है कि सादुलशहर थानाधिकारी बलराज मान व पुलिस स्टाफ अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं पायेगा। उसकी लापरवाही के कारण एक बड़ा गैंगस्टर हाथ में आने से रह गया। 

Friday, August 10, 2018

सीएम ने भेजा था एसपी बनाकर, महावर जी खुद को समझ बैठे थे निजाम


नागौर में परेशानी में, गंगानगर में नहीं सुनते थे फरियादियों को भी
भोले-भाले एसपी को देखकर कुख्यात पुलिस अधिकारी ने लपेट लिया था अपनी बातों में
सरकार का इनाम दिलाकर लिया था झांसें में
श्रीगंगानगर। श्रीगंगानगर जिले में पुलिस में तैनात ज्यादातर अधिकारी और कर्मचारी शेखावाटी क्षेत्र के होते हैं। यह लोग जिले को ईस्ट इंडिया कंपनी के नाम से पुकारते हैं। इसका अर्थ यह होता है कि यहां आकर लूटो और मौज करो। यही कारण रहा है कि श्रीगंगानगर जिले में पिछले दो दशक से वही अधिकारी घूम-फिरकर वापिस आ जाते हैं जो तब्दील होते हैं। पहले एसएचओ बनकर, फिर डीवाईएसपी और फिर एडीशनल एसपी बनकर। यही घूमते रहते हैं। दो दशक से जो अधिकारी यहां लगातार हैं वे अपने उच्चाधिकारियों को अपनी बातों में भी लेना जानते हैं और हरेन्द्र महावर भी उनके शिकार हो गये। वे पहले और आखिरी शिकार नहीं थे। उन अधिकारियों ने अपने झांसें में लिया और फिर उनका ब्रेनवाश कर उनको समझा दिया कि वे एसपी नहीं बल्कि निजाम हैं। भोले-भाले महावर जी भी खुद को यही समझ बैठे। अब वे नागौर जैसे जिले में है, जो जातिगत राजनीति का एक बड़ा केन्द्र है।
महावर ने जब जोधपुर से यहां कार्यभार संभाला था तो वे एक अच्छे अधिकारी की छवि लेकर आये थे और जब गये थे तो उनकी छवि पुलिस विभाग में लापरवाह अधिकारियों में शामिल हो गयी थी। यही कारण रहा कि उनको चुनावों के समय नागौर जिला दिया गया। वे गंगानगर के पहले एसपी हैं जो श्रीगंगानगर के बाद नागौर गये हैं। अच्छे अधिकारियों को सरकार अलवर, भीलवाड़ा, उदयपुर जैसे जिलों में भेजकर उनका सम्मान करती है। लापरवाह अधिकारियों को अपेक्षाकृत कम महत्व के जिलों में भेजा जाता है। यह जिले ऐसे होते हैं, जहां चैन की सांस कम आती है और टेंशन ज्यादा रहती है। नागौर जिला जाट राजनीति का एक प्रमुख केन्द्र रहा है और चुनावों के समय उस जिले का एसपी बनना काफी मुश्किल होता है। परेशानी बहुत होती है और इस परेशानी को फेस भी महावर कर रहे हैं।
तीन दिन पहले माननीय महावर साहब जोधपुर हाइकोर्ट में पेशी पर गये थे। वहां वे अनेक अधिकारियों से भी मिले। उनके चेहरे पर परेशानी साफ देखी जा रही थी। जिस भी अधिकारी ने उनको देखा, वो यह समझ चुका था कि नागौर में महावर साहब परेशान हैं। दुखी हैं। चुनावों तक उनका वहां रहना मुश्किल हो सकता है।
वसुंधरा राजे ने उनको मेहनती अधिकारी समझा था। इस कारण वे उनकी गुडबुक में भी थे। गंगानगर आकर वे लोकसेवक नहीं बल्कि स्वयं को निजाम समझ बैठे थे। उनको ऐसा एक अधिकारी ने ही समझाया था। यह अधिकारी उनका नजदीकी बन गया था और धीरे-धीरे यह हालात हो गये कि आदरनीय महावर साहब दफ्तर से ही गायब रहने लगे। वे लंच के बाद आते ही नहीं थे और रावला-घड़साना आदि दूर-दराज से आने वाले लोग उनका इंतजार करते रहते। हालात यह होती थी कि एडीशनल एसपी भी गायब और फरियाद सुनने की बारी आती थी सीओ एससी-एसटी की। दोनों उच्चाधिकारी गायब रहते थे तो सीओ  कार्यवाहक एसपी हो जाते थे। परिवाद कक्ष के प्रभारी उनको सीओ के पास लेकर जाते थे और ग्रामीणों को यह भी नहीं पता होता था कि जिस अधिकारी से मिलाया जा रहा है उससे उच्च रैंक का अधिकारी तो रायसिंहनगर में भी बैठता है। लोग परेशान। थानाधिकारी खुश। उनको कोई कुछ कहने वाला नहीं। उनकी दादागिरी शुरू। जिसको चाहा, उसको उठाया। जिसको चाहा उसको मुकदमे से बाहर कर दिया। खुलेआम यह खेल चल रहा था। अपराधिक तत्व पुलिस पर हावी हो गये थे और यह हवा जिले में बन गयी थी कि पुलिस को खरीदा जा सकता है और अनेक असामाजिक तत्वों ने ऐसा करके भी दिखाया।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे जब गंगानगर आयी तो उनको यहां के हालात की जानकारी मिली। सांध्यदीप ने भी इस मामले में एक किरदार का रोल निभाया। अब नागौर में महावर साहब परेशान हैं। दुखी हैं। उनके दुख और परेशानी को दूर करने वाला वो अधिकारी नहीं है जो दिल्ली से उनको सम्मान दिलाकर लाया था। इस पुलिस अधिकारी का भाई अलवर में राज्य सरकार का राजस्व वसूलने वाला अधिकारी है। इस अधिकारी ने ही  अपने भाई के अधिकारी को सर्वश्रेष्ठ जिला एसपी का सम्मान दिला दिया। लोग त्राहि-त्राहि कर रहे थे। लोगों का जुल्म सह रहे थे और उसी जिले के एसपी को देश के सर्वश्रेष्ठ एसपी का सम्मान मिल रहा था। यह सम्मान पाकर भोले-भाले महावर के पांव जमीन पर नहीं लग रहे थे। वे इतने खुश थे कि पुलिस लाइन में जाकर बच्चों के साथ कांच की गोलियां खेलने लगे थे। कांच की गोलियां खेलते हुए वे अपने फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल करते थे। मीडिया में पब्लिश करवाते थे। वही महावर अब परेशान हैं। जो यहां निजाम बनकर काम कर रहे थे उनको समझ नहीं आ रहा कि उनकी परेशानी कैसे दूर होगी। उनको अब ध्यान में आ गया है कि वे तो लोकसेवक हैं। एसपी हैं। जिनकी जिम्मेदारी होती है जिले में कानून व्यवस्था बनाने की। अगर वे समय रहते कुछ सच्चाई को देख पाते तो आज इतना परेशान नहीं होते।

Tuesday, July 31, 2018

आधी रात को पंजाब से लाखों ला रहे थे श्रीगंगानगर के व्यापारी, विजीलैंस का छापा

श्रीगंगानगर। श्रीगंगानगर के कुछ फायनेंस कारोबारी रात को बाल-बाल बचे। पंजाब की विजीलैंस विभाग की टीम ने छापा मारा। इसके बाद व्यापारियों ने जोड़-तोड़कर अपने को बचाया और जान बची लाखों पाये वाली कहावत बोलते हुए घर पहुंचे।
हासिलशुदा जानकारी के अनुसार बीती रात श्रीगंगानगर के कुछ फायनेंस कारोबारी पंजाब से पैसे लेकर आ रहे थे। वे अबोहर से कुछ दूरी पर ही गये थे कि पंजाब की एक विजीलैंस विभाग की टीम बताने वाले लोगों ने इन कारोबारियों को रोक लिया। बैग में 10 लाख से ज्यादा की कैश होना बताया जा रहा है। कारोबारियों ने इसके बाद दांव-पेच खेलकर अपने को बचाया।
हालांकि पंजाब में भ्रष्टाचार पर नकेल कसने के लिए मुख्यमंत्री अमरेन्द्रसिंह ने विजीलैंस विभाग बनाया है और इसके प्रभारी मंत्री भी वे खुद हैं। कैप्टन अमरेन्द्रसिंह की छवि एक ईमानदार और दबंग व्यक्तित्व की है। बताया जा रहा है कि व्यापारियों ने अपने प्रभाव के जरिये खुद को बचाया। पंजाब में यह व्यापारी प्रोपर्टी का कारोबार भी करते हैं, बताया जा रहा है। 

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