चिमन हुआ भूमिगत
श्रीगंगानगर। हनुमानगढ़ जिला पुलिस अधीक्षक ने कार्यभार संभालने के बाद पहली बार आज जिले के प्रमुख पुलिस थाने पीलीबंगा का निरीक्षण किया। वहां की व्यवस्थाओं को देखकर वे हैरान रह गये। एसएचओ को कड़ी फटकार पिलायी और आखरी चेतावनी भी दी। वहीं सट्टा माफिया के खिलाफ चल रहे अभियान के बाद हनुमानगढ़ से चिमन नामक सटोरिया भूमिगत हो गया है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस अधीक्षक अनिल कयाल आज रविवार को पीलीबंगा पहुंचे। कार्यभार संभालने के बाद श्री कयाल सभी थानों का निरीक्षण कर रहे हैं। पीलीबंगा थाना पहुंचकर तो वे हैरान रह गये। उन्हें मिलने आने वाला हर व्यक्ति थाने के स्टाफ की काली करतूतों की जानकारी दे रहा था और बता रहा था कि वे किस तरह से पुलिस की गुंडागर्दी को बर्दाश्त कर रहे हैं।
सूत्रों का कहना है कि लोगों ने उन्हें यहां तक बताया कि पड़ोसी जिले गंगानगर के क्रिकेट बुक्की और सटोरिये यहां आकर अपना धंधा सरेआम कर रहे हैं। सरेआम जुए के अड्डे चल रहे हैं। इस तरह की शिकायतें सुनकर और थाना की हालत देखकर एसपी बिफर गये और थानाधिकारी को पाबंद किया कि वह अपने व्यवहार में सुधार करे। जो पहले चल रहा था। अब नहीं चलने वाला। रात 8 बजे ही उन होटलों और ढाबों को भी बंद करवाने के आदेश दिये जो लोगों को शराब पीने का अड्ढा मुहैया करवाते हैं। ध्यान रहे कि एसपी ने एक विशेष नोटिस जारी कर सभी एसएचओ को पाबंद किया है कि किसी भी होटल और ढाबे पर दिन या शाम के समय शराब पीता हुआ नहीं मिलना चाहिये। रात 8 बजे के बाद अगर कोई शराब का ठेका खुला हुआ मिल गया तो उसको 16 सीसी की चार्जशीट मिलने में देर नहीं लगेगी।
एसपी श्री कयाल की इस घुड़की के बाद सभी थानाधिकारियों की घिग्गी बंध गयी है। जो लाखों कमा रहे थे, अब वे बोरिया बिस्तर बांधने लगे हैं। उन्हें पता लग गया है कि उनकी अब हनुमानगढ़ जिले में दाल नहीं गलने वाली है। वहीं प्रमुख सटोरिया चिमन भी अब भूमिगत हो गया है। सट्टे की दुकानों पर ताला लगा हुआ नजर आ रहा है। हनुमानगढ़ जिला मुख्यालय पर भी पहले एसपी दफ्तर से 500 मीटर की दूरी पर चिमन का सट्टा मुख्यालय स्थित था। वहां अब कोई नजर नहीं आता। सुबह-शाम आसपास लोग कई बार भजन करते हुए नजर जरूर आने लगे हैं। जहां पहले शराब की महफिलें लगती थीं अब वहां कौवा बोल रहे हैं।
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