पुलिस गुंडा एक्ट में भी कर सकती है कार्यवाही
श्रीगंगानगर। पुलिस अधीक्षक योगेश यादव ने दो दिन पहले ही सार्वजनिक अपील कर युवाओं से आग्रह किया था कि वे क्राइम से दूर रहें। क्राइम उनका भविष्य चौपट कर सकता है। वे विदेश नहीं जा सकते। उनका पासपोर्ट नहीं बन सकता। प्राइवेट या सरकारी नौकरी नहीं कर पायेंगे, क्योंकि क्राइम करने पर पुलिस में रिकॉर्ड दर्ज हो जाता है। इसके बावजूद युवा मान नहीं रहे हैं और लगातार क्राइम कर रहे हैं।
एक पुलिस अधिकारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस अधीक्षक युवाओं के संगठित अपराध की ओर आकर्षित होने पर चिंतित हैं और इसी कारण वे पहले युवाओं से समझाइश कर रहे हैं कि अपराध की दुनिया बहुत खतरनाक है। अपराध छोटा हो या बड़ा, पुलिस रिकॉर्ड बन जाना उनके भविष्य को चौपट कर सकता है। एसपी श्री यादव सोशल क्राइम को समाप्त करने के लिए काफी गंभीर हैं और उन्होंने गंगानगर में पद्भार संभालने के बाद जो रिकॉर्ड चैक किया तो उनको यही पता लगा कि गंगानगर सामाजिक अपराध का गढ़ बन चुका है।
एसपी श्री यादव ने आकड़े भी जारी कर बताया था कि किस तरह से सैकड़ों युवा विदेश जाने अथवा प्राइवेट-सरकारी नौकरी प्राप्त करने से वंचित रह गये। इनमें कुछ तो न्यायिक अधिकारी की परीक्षा तक उत्तीर्ण कर चुके थे किंतु अपराधिक रिकॉर्ड के कारण उनको नौकरी से हाथ धोना पड़ा।
एसपी की अपील के बावजूद अभी भी सैकड़ों युवा सट्टा और क्रिकेट बुक्की जैसे जरायमपेशा में फंसकर अपना भविष्य खराब कर रहे हैं। इसी तरह की कार्यवाही एसपी के आदेश पर शहर के एक होटल में की गयी तो वहां से जुआरिये और क्रिकेट बुक्की से जुड़े लोग पकड़े गये। अब इन सभी का अपराधिक रिकॉर्ड बन गया है।
पुलिस अधिकारी के अनुसार सामाजिक अपराध से जुड़े संगठित लोगों के खिलाफ पुलिस अधीक्षक बड़ा कदम उठाते हुए उन्हें 10 नंबरी बनाने (110 सीआरपीसी) तथा गुंडा एक्ट के तहत तड़ीपार करवाने के लिए भी थानाधिकारियों को मजिस्ट्रेट के समक्ष इस्तगासा दायर करने के लिए भी आदेश दे सकते हैं। इससे उन युवाओं का भविष्य बचाया जा सकता है जो अपने नजदीकी लोगों को कुछ ही दिनों में करोड़पति बनकर सट्टा और क्रिकेट बुक्की की ओर आकर्षित हो सकते थे।
श्रीगंगानगर। पुलिस अधीक्षक योगेश यादव ने दो दिन पहले ही सार्वजनिक अपील कर युवाओं से आग्रह किया था कि वे क्राइम से दूर रहें। क्राइम उनका भविष्य चौपट कर सकता है। वे विदेश नहीं जा सकते। उनका पासपोर्ट नहीं बन सकता। प्राइवेट या सरकारी नौकरी नहीं कर पायेंगे, क्योंकि क्राइम करने पर पुलिस में रिकॉर्ड दर्ज हो जाता है। इसके बावजूद युवा मान नहीं रहे हैं और लगातार क्राइम कर रहे हैं।
एक पुलिस अधिकारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस अधीक्षक युवाओं के संगठित अपराध की ओर आकर्षित होने पर चिंतित हैं और इसी कारण वे पहले युवाओं से समझाइश कर रहे हैं कि अपराध की दुनिया बहुत खतरनाक है। अपराध छोटा हो या बड़ा, पुलिस रिकॉर्ड बन जाना उनके भविष्य को चौपट कर सकता है। एसपी श्री यादव सोशल क्राइम को समाप्त करने के लिए काफी गंभीर हैं और उन्होंने गंगानगर में पद्भार संभालने के बाद जो रिकॉर्ड चैक किया तो उनको यही पता लगा कि गंगानगर सामाजिक अपराध का गढ़ बन चुका है।
एसपी श्री यादव ने आकड़े भी जारी कर बताया था कि किस तरह से सैकड़ों युवा विदेश जाने अथवा प्राइवेट-सरकारी नौकरी प्राप्त करने से वंचित रह गये। इनमें कुछ तो न्यायिक अधिकारी की परीक्षा तक उत्तीर्ण कर चुके थे किंतु अपराधिक रिकॉर्ड के कारण उनको नौकरी से हाथ धोना पड़ा।
एसपी की अपील के बावजूद अभी भी सैकड़ों युवा सट्टा और क्रिकेट बुक्की जैसे जरायमपेशा में फंसकर अपना भविष्य खराब कर रहे हैं। इसी तरह की कार्यवाही एसपी के आदेश पर शहर के एक होटल में की गयी तो वहां से जुआरिये और क्रिकेट बुक्की से जुड़े लोग पकड़े गये। अब इन सभी का अपराधिक रिकॉर्ड बन गया है।
पुलिस अधिकारी के अनुसार सामाजिक अपराध से जुड़े संगठित लोगों के खिलाफ पुलिस अधीक्षक बड़ा कदम उठाते हुए उन्हें 10 नंबरी बनाने (110 सीआरपीसी) तथा गुंडा एक्ट के तहत तड़ीपार करवाने के लिए भी थानाधिकारियों को मजिस्ट्रेट के समक्ष इस्तगासा दायर करने के लिए भी आदेश दे सकते हैं। इससे उन युवाओं का भविष्य बचाया जा सकता है जो अपने नजदीकी लोगों को कुछ ही दिनों में करोड़पति बनकर सट्टा और क्रिकेट बुक्की की ओर आकर्षित हो सकते थे।
No comments:
Post a Comment