श्रीगंगानगर। कोतवाली थाना पुलिस अब जिले में उन सट्टा करने वालों को भी दबोचेगी जिनके तार इसके सरगना राकेश नारंग से जुड़े होंगे। नारंग को आज शुक्रवार अदालत में पेश किया गया, जहां से उसको जमानत मिल गयी।
कोतवाल हनुमानाराम बिश्नोई ने बताया कि सट्टा माफिया राकेश नारंग को आज अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उसको जमानत पर रिहा कर दिया। अब उसको अदालत की ओर से निर्धारित की गयी हर तारीख पर अदालत में पेश होना होगा। श्री बिश्नोई ने बताया कि कुछ और भी जानकारी सामने आयी है। उसके आधार पर आगे की जांच जारी रहेगी। उन्होंने यह भी बताया कि अब इस माफिया से जुड़े लोगों को पूरे जिले में दबोचने के लिए धरपकड़ अभियान चलाया जायेगा और अब किसी भी सूरत में इस तानाशाह माफिया को फिर से नहीं उभरने दिया जायेगा।
ध्यान रहे कि पिछले कुछ सालों में गंगानगर में पुलिस अधीक्षक के पद पर वे लोग आये जो सिर्फ और सिर्फ पैसा कमाना उद्देश्य लेकर आये थे। यही कारण था कि गंगानगर में पुलिस का भय ही समाप्त हो गया था। किसी के भी हाथ-पैर तोड़कर यह कह दिया जाता था कि पुलिस के 50 हजार देंगे और मामला रफा-दफा हो जायेगा, लेकिन अब ऐसा नहीं हो पायेगा। अब तो सीओ सिटी तुलसीदास पुरोहित को भी पता लग गया है कि यहां राकेश नारंग नामक सटोरिया है। कल उन्होंने टीवी पर बयान दिया था। हालांकि पिछले दो सालों से वे यहां पदस्थापित हैं और उनको यह पता नहीं चला था कि सट्टा रैकेट कौन चला रहा है।
यह सब हुआ है जिंदादिल एसपी योगेश यादव के कारण। उन्होंने जब गंगानगर में पैर रखा था तभी उन्होंने संकेत दे दिये थे कि यहां बहुत कुछ गलत हो रहा है। इस कारण उन्होंने अधीनस्थ अधिकारियों को कड़ी फटकार पिलायी और यही नतीजा रहा कि जो पुलिस वाले कल तक छोटे सटोरियों को कहते थे कि राकेश नारंग को ही अपना सरगना मानो, वही पुलिस वाले राकेश नारंग को गिरफ्तार करने की हिम्मत जुटा पाये। यही जिंदादिली का जिंदा प्रमाण हैं।
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