श्रीगंगानगर। श्रीगंगानगर के कुछ फायनेंस कारोबारी रात को बाल-बाल बचे। पंजाब की विजीलैंस विभाग की टीम ने छापा मारा। इसके बाद व्यापारियों ने जोड़-तोड़कर अपने को बचाया और जान बची लाखों पाये वाली कहावत बोलते हुए घर पहुंचे।
हासिलशुदा जानकारी के अनुसार बीती रात श्रीगंगानगर के कुछ फायनेंस कारोबारी पंजाब से पैसे लेकर आ रहे थे। वे अबोहर से कुछ दूरी पर ही गये थे कि पंजाब की एक विजीलैंस विभाग की टीम बताने वाले लोगों ने इन कारोबारियों को रोक लिया। बैग में 10 लाख से ज्यादा की कैश होना बताया जा रहा है। कारोबारियों ने इसके बाद दांव-पेच खेलकर अपने को बचाया।
हालांकि पंजाब में भ्रष्टाचार पर नकेल कसने के लिए मुख्यमंत्री अमरेन्द्रसिंह ने विजीलैंस विभाग बनाया है और इसके प्रभारी मंत्री भी वे खुद हैं। कैप्टन अमरेन्द्रसिंह की छवि एक ईमानदार और दबंग व्यक्तित्व की है। बताया जा रहा है कि व्यापारियों ने अपने प्रभाव के जरिये खुद को बचाया। पंजाब में यह व्यापारी प्रोपर्टी का कारोबार भी करते हैं, बताया जा रहा है।
हासिलशुदा जानकारी के अनुसार बीती रात श्रीगंगानगर के कुछ फायनेंस कारोबारी पंजाब से पैसे लेकर आ रहे थे। वे अबोहर से कुछ दूरी पर ही गये थे कि पंजाब की एक विजीलैंस विभाग की टीम बताने वाले लोगों ने इन कारोबारियों को रोक लिया। बैग में 10 लाख से ज्यादा की कैश होना बताया जा रहा है। कारोबारियों ने इसके बाद दांव-पेच खेलकर अपने को बचाया।
हालांकि पंजाब में भ्रष्टाचार पर नकेल कसने के लिए मुख्यमंत्री अमरेन्द्रसिंह ने विजीलैंस विभाग बनाया है और इसके प्रभारी मंत्री भी वे खुद हैं। कैप्टन अमरेन्द्रसिंह की छवि एक ईमानदार और दबंग व्यक्तित्व की है। बताया जा रहा है कि व्यापारियों ने अपने प्रभाव के जरिये खुद को बचाया। पंजाब में यह व्यापारी प्रोपर्टी का कारोबार भी करते हैं, बताया जा रहा है।